‘भारत माता की जय’ बोलना पड़ा भारी, झेलना पड़ा विरोध
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के मुखिया फारुक अबदुल्ला को बकरीद के दिन एक कार्यक्रम में भारी विरोध का सामना करना पड़ा। श्रीनगर स्थित हजरत बल दरगाह पर नमाज के दौरान कुछ लोगों ने उन्हें लहराकर जूते दिखाए। वे उस दौरान एनसी मुखिया के खिलाफ जोर-जोर से नारेबाजी कर रहे थे। लोग ‘जाकिर मूसा’ और ‘आजादी-आजादी’ के नारे भी लगा रहे थे। हालांकि, बाद में दरगाह समिति के लोगों ने मामले में दखल दी, तब हंगामा करने वालों को शांत कराया गया। मगर कुछ युवा विरोधस्वरूप अपने जूते उछालने लगे, जिसके बाद हालात बेकाबू हो गए। ऐसे में अबदुल्ला को बिना नमाज अता किए ही वापस लौटना पड़ा।
जानकारों की मानें तो जूता दिखाने वाले लोग अबदुल्ला से खफा थे। कारण- एनसी नेता ने सोमवार को दिवंगत पूर्व पीएम और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की सर्वदलीय प्रार्थना सभा में ‘भारत माता की जय’ और ‘जय हिंद’ के नारे लगाए थे।अबदुल्ला को लेकर जताए विरोध से जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। वीडियो क्लिप के मुताबिक, विरोध जताने वाले मांग कर रहे थे कि अबदुल्ला को वहां से लौटने को कहा जाए। आगे जब वह कार्यक्रम स्थल से उठकर चलने लगे, तब कुछ लोग हाथ में जूते लेकर ‘शर्म करो-शर्म करो’ और ‘आजादी’ के नारे लगा रहे थे।
बता दें कि नई दिल्ली में सोमवार को वाजपेयी की प्रार्थना सभा थी। पूर्व सीएम ने उसमें ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए। साथ ही अटल को लोगों के दिलों का मालिक बताया। एनसी नेता ने यह तक कहा, “वह वजीर-ए-आजम नहीं, हिन्दुस्तान के दिलों के मालिक थे, उनका दिल बड़ा था, उनके जैसा दिल किसी का नहीं है।”
भावुक होकर वह बोले थे, “भारतवासियों अगर अटल को याद रखना है तो उस देश को बनाओ, जिसमें प्रेम इतना हो कि दुनिया झुकने आ जाए। अल्लाह से यही दुआ करता हूं कि मरते दम तक…जब तक जिंदा हूं उन्हीं के रास्ते पे चलके इस देश को इतना मजबूत बनाऊं कि कोई इस देश को हिला नहीं सकता।”