थमती नहीं दिख रही बवाल की आग !
देहरादून/हरिद्वार। कांग्रेस के टिकट पर खानपुर के विधायक बने कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन के रूड़की के समीप लण्ढौरा स्थित घर पर बुधवार को उग्र भीड़ ने पथराव, तोड़फोड़ व आगजनी कर दी थी। इस घटना को हुए चौबिस घण्टे से भी अधिक का समय व्यतीत हो चुका है किन्तु इस बवाल की आग अभी भी थमती नहीं दिख रही है।
लण्ढौरा में हुए बवाल के बाद शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए प्रशासन अब फूंक-फूंककर कदम रख रहा है। किन्तु फिर भी क्षेत्र में छिटपुट घटनाओं की खबरें मिल रही हैं। क्षेत्र में किसी भी प्रकार की कोई अफवाह न फैले इसके लिए प्रशासन ने अलर्ट रहते हुए पूरे इलाके में इन्टरनेट की सेवाओं को बन्द करवा दिया है।
गौरतलब है कि इन्टरनेट के द्वारा संचालित होने वाले सोशल मीडिया के द्वारा तेजी से सही-गलत खबरों का आदान-प्रदान होता है। ऐसे में दंगा भड़कने का खतरा बना रहता है। साल 2013 में मुजफ्फरनगर में हुए बवाल के फैलने में भी सोशल मीडिया काफी हद तक जिम्मेवार रहा था। जिसके चलते किसी बड़ी घटना को टालने के लिहाज से प्रशासन ने ये कदम उठाया है।
वहीं दूसरी ओर बवाल की आग हल्की होने के बाद राजनीतिक आग सुलगने लगी है। खासतौर से भाजपा और कांग्रेस की ओर से बवाल को लेकर सियासत तेज हो गई है। दोनों ही बवाल के लिए एक दूसरे को दोषी ठहराने में लगे हैं। गुरुवार को घटना के दूसरे दिन भाजपा और कांग्रेस के रणनीतिकार बवाल के लिए एक दूसरे को दोषी ठहराते नजर आए। पहले कांग्रेस के जिलाध्यक्ष चौधरी राजेंद्र सिंह और कलियर विधायक फुरकान अहमद की ओर से पत्रकारवार्ता कर पूरे प्रकरण के लिए भाजपा में शामिल हुए पूर्व विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन को दोषी बताया गया।
इसके बाद धीरेंद्र प्रताप की अगुवाई में कांग्रेस की पांच सदस्यीय टीम ने दून से लक्सर पहुंचकर पत्रकारवार्ता की। फिर लंढौरा पहुंचकर हालात का जायजा लिया। इस दौरान नाटकीय तरीके से उनकी सियासी गिरफ्तारी भी हुई। सियासत में भाजपाई भी पीछे नहीं रहे।
सुबह से शुरू हुई सरगर्मी के बाद जिले के सभी विधायक और जिलाध्यक्ष हरिद्वार में एकत्रित हुए। इसके बाद लंढौरा के लिए रवाना हुए, लेकिन पतंजलि के पास पुलिस टीम ने उन्हें रोक लिया, जहां भाजपाइयों ने धरना शुरू कर दिया। मजबूरी में पुलिस ने सभी भाजपा विधायकों को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन भेज दिया। इसमें हरिद्वार से नगर विधायक मदन कौशिक, विधायक यतीश्वरानंद, विधायक चंद्रशेखर, विधायक संजय गुप्ता, विधायक आदेश चौहान, भाजपा में शामिल हुए कांग्रेस के बागी और पूर्व विधायक प्रदीप बत्रा, जिलाध्यक्ष कल्पना सैनी आदि शामिल थे।