छात्रा से दुष्कर्म-जिंदा जलाने वाले को फांसी की सजा
रांची। बूटी बस्ती में बीटेक छात्रा की दुष्कर्म के बाद जलाकर हत्या करने के मामले में सीबीआई काेर्ट ने राहुल राज उर्फ राॅकी राज काे शनिवार को फांसी की सजा सुनाई। सीबीआई के स्पेशल जज एके मिश्र की काेर्ट ने राहुल काे शुक्रवार को इस मामले दाेषी माना। स्पेशल जज ने इस मामले में सिर्फ 16 कार्य दिवस में 30 गवाहाें के बयान दर्ज कर सुनवाई की प्रक्रिया पूरी की। दाेनाें पक्षाें की बहस महज दाे दिन 13 और 18 दिसंबर काे पूरी की। आराेपी की ओर से बचाव में काेई गवाह पेश नहीं किया गया। वहीं, सीबीआई के वकील राकेश प्रसाद ने 25 अक्टूबर से 8 नवंबर के बीच 30 गवाहोंं का बयान दर्ज कराया।
गौरतलब है कि बूटी बस्ती में 15 दिसंबर 2016 की रात बीटेक छात्रा के साथ हुए दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। आरोपी ने छात्रा के चेहरे पर मोबिल ऑयलडालकर आग भी लगा दी थी। हत्या इतनी नृशंस तरीके से की गई थी कि पूरे इलाके में लगातार कई महीनों तक खौफ का माहौल रहा। पुलिस और सीआईडी की जांच में हत्याकांड का खुलासा नहीं होने पर 28 मार्च 2018 को इस मामले में सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज की थी। आरोपी राहुल को 22 जून 2019 को रांची के सीबीआई कोर्ट में पेश किया था। रिमांड पर लेकर पूछताछ में घटना की परत खुलती चली गई।
जांच के दाैरान सीबीआई काे पता चला कि घटना से दाे-तीन माह पूर्व दुर्गा मंदिर के कमरे में राहुल नाम का व्यक्ति रुका था, जाे इस घटना के बाद से लापता है। टीम मंदिर के एक युवक बंटी से मिला, जिसने राहुल के बारे में जानकारी दी। फिर टीम राहुल के गांव धूलगांव पहुंची। आरोपी के माता-पिता के खून के नमूने लेकर जांच के लिए भेज दिया। आरोपी की मां के खून का डीएनए रिपोर्ट और मृतका के शरीर से उठाए गए स्वाब और नाखून के भीतरी अंश का डीएनए रिपोर्ट आपस में मिल गए। इसके बाद सीबीआई ने उसे लखनऊ के जेल से हिरासत में ले लिया। जांच में पता चला कि वह दुष्कर्म का आदतन अपराधी है। उस पर पटना में दुष्कर्म के कई मामले दर्ज हैं। वहीं लखनऊ में भी दुष्कर्म मामले में ही जेल में था। इसके बाद टीम प्राेडक्शन वारंट पर उसे रांची ले आई। तब से वह जेल में है।
आरोपी राहुल नालंदा के घुरा गांव का रहने वाला है। सितंबर 2016 में राहुल नालंदा से भागकर बूटी बस्ती पहुंचा था। उसने पीड़िता के घर के पास स्थित दुर्गा मंदिर परिसर में एक कमरा रहने के लिए लिया। राहुल रात में ऑटो चलाता था। राहुल बूटी बस्ती में रहने के दौरान वहां रहने वाली लड़कियों पर नजर रखता था। घटना वाले दिन राहुल ने मृतक छात्रा को अकेला पाया। उसके घर में वह उस समय घुसा जब वह बाथरूम जा रही थी। बाथरूम का ताला खुला हुआ था और बाहर दीवार पर टांग कर रखा हुआ था। घटना को अंजाम देने से पहले राहुल ने रात 10 बजे ही अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया था, जो अगले दिन 10 बजे तक बंद था।