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रेड ज़ोन घोषित हुआ देहरादून जिला, ये है वजह

देहरादून। कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे ज्यादा पॉजिटिव मामले पाए जाने से देहरादून जनपद को रेड जोन घोषित किया गया है जबकि सात जनपदों में एक भी कोरोना पॉजिटिव मामला नहीं आने से उन्हे ग्रीन जोन में रखा गया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस संक्रमित मामलों के आधार पर रेड और ग्रीन जोन की श्रेणी सूची जारी की है। इसमें प्रदेश के देहरादून जनपद में 18 पॉजिटिव मामले पाए जाने से रेड जोन घोषित किया गया है।

जबकि उत्तराखंड के चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, उत्तरकाशी, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चंपावत जनपद में अभी तक कोरोना वायरस का कोई पॉजिटिव मामला नहीं आया है। देहरादून, ऊधमसिंह नगर, हरिद्वार, नैनीताल, पौड़ी, अल्मोड़ा जनपदों में 37 संक्रमित मामले सामने आए हैं।

इसमें देहरादून में 18, ऊधमसिंह नगर में चार, हरिद्वार में पांच, नैनीताल में आठ, अल्मोड़ा व पौड़ी में एक-एक कोरोना पॉजिटिव केस पाया गया है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पांच शहरों में 15 इलाकों को हॉट स्पॉट घोषित किया गया है।

अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत ने बताया कि देहरादून जनपद में 18 कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से रेड जोन में शामिल किया गया है जबकि पांच जनपदों में एक से लेकर 17 तक पॉजिटिव केस मिले हैं।

वहीं उत्तराखंड में गुरुवार को भी कोरोना वायरस का कोई पॉजिटिव केस नहीं मिला। जांच के बाद 186 सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव मिली है जबकि लगभग 350 सैंपलों की जांच रिपोर्ट अभी आनी है। वहीं, कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए नौ हजार से अधिक लोगों को होम क्वारंटीन किया गया हैं।

अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत ने बताया कि गुरुवार को मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी, एम्स ऋषिकेश और निजी पैथोलॉजी लैब से मिली 186 सैंपलों की रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव केस नहीं मिला है।

प्रदेश भर से सैंपलों की संख्या बढ़ाई जा रही है। मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी और एम्स ऋषिकेश में सैंपलों की पूल टेस्टिंग भी शुरू की गई है। पंत ने बताया कि प्रदेश में अब तक कुल 37 कोरोना संक्रमित लोग मिले हैं। इसमें देहरादून के आठ और पौड़ी जिले का एक संक्रमित मरीज ठीक हुआ हैं। 28 संक्रमित मरीज विभिन्न अस्पतालों के आइसोलेशन में भर्ती हैं।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार गुरुवार को नौ हजार से अधिक लोगों को होम क्वारंटीन किया गया है जिसके बाद प्रदेश में होम क्वारंटीन किए गए लोगों की संख्या 62425 हो गई है। वहीं संस्थागत क्वारंटीन में किए गए लोगों का आंकड़ा 1900 तक पहुंच गया है।

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