राज्य का प्रत्येक हिस्सा पर्यटकों से गुंजायमान
देहरादून: हमारी सामुहिकता की भावना का ही परिणाम है कि 2014 का हताश उत्तराखंड निरन्तर आगे बढ़ रहा है। इस वर्ष चारधाम यात्रियों की संख्या 15 लाख पहुंचने वाली है। अकेले काबड़ मेले में 03 करोड़ लोगों ने भागीदारी की। अतिथि देवो भव हमारी परम्परा है। राज्य का प्रत्येक हिस्सा पर्यटकों से गुंजायमान है। हमारा प्रयास अपने अतिथियों को बेहत्तर सुविधा एवं वातावरण उपलब्ध कराने का है। उन्होंने कहा कि छात्रों को उचित शिक्षा प्रदान करने में शिक्षकों के साथ ही अभिभावकों का भी बड़ा योगदान है। ज्ञान का क्षेत्र असीमित है। विज्ञान ने दुनिया को छोटा तथा ज्ञान के आयाम को बड़ा बना दिया है। छात्रों को बेहत्तर शैक्षिक वातावरण देने से ही वे अपने को सक्षम बना सकेंगे। राज्य में स्नातक तक शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्रों का प्रतिशत 100 में से 38 है जबकि अमेरिका जैसे देश में यह आकड़ा 100 में से 28 का है। शिक्षा के प्रति ललक पैदा करने की भी उन्होंने जरूरत बतायी।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने देहरादून को शिक्षा का हब बताते हुए शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि देश के प्रमुख 10-12 स्कूलों में देहरादून के स्कूलों का भी अपना विशिष्ट स्थान है। अपनी शिक्षण संस्थानों की साख एवं विशिष्टता बनाये रखने की भी जिम्मेदारी हमारी है। शुक्रवार को सहस्त्रधारा रोड़ स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल के वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि राज्य में शिक्षा का मजबूत आधार तैयार किया गया है। राज्य में 03 विश्वविद्यालय, दो दर्जन महाविद्यालय, 75 पॉलिटेक्निक, 08 इंजीनियरिंग कॉलेज, 08 नर्सिंग कॉलेज व 150 आईटीआई, शिक्षा व तकनीकि शिक्षा के माध्यम बने है।
प्रदेश में स्किल डेवलमेंट का लांचिंग पेड भी तैयार किया गया है। प्रतियोगितात्कता के साथ ही गुणवत्तायुक्त शिक्षा के क्षेत्र में हमारी पहचान बनी रहे, इसके लिये हमें प्रयासरत रहाना होगा। आज दुनिया में तेजी से बदलाव हो रहा है। हमें भी दुनिया के साथ चलना है। हमारे शैक्षिक संस्थानों को उत्कृष्टता के साथ से सेंटर ऑफ एक्सिलेंस के रूप में अपनी पहचान बनानी होगी। राज्य में अनुकूल शैक्षिक वातावरण बना रहे, इसके लिये सामुहिक प्रयासों की जरूरत है। विद्यालय के प्रधानचार्य भूपेश कुमार सिंह ने उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करने हुए विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा विद्यालय की वर्ष भर की गतिविधियों व उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।