यदि सिर दर्द से हैं परेशान तो आजमाएं ये आयुर्वेदिक उपाय
सिरदर्द की समस्या बहुत आम है। ये किसी भी वक्त आपको परेशान कर सकती है। इसके पीछे कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं। इनमें आंखों की कमजोर रोशनी, पानी की कमी, लंबे समय तक स्क्रीन पर आंखें गड़ाकर बैठना शामिल है। कुछ सिरदर्द माइग्रेन के कारण भी होते हैं। इस बीमारी के पीड़ित मरीजों को चक्कर आनेस बेचैनी, रोशनी और आवाज से सेंसिटिविटी हो सकती है। ऐसे में ज्यादातर दवाइयों का सहारा लेना पड़ता है। लेकिन, ज्यादा दवाइयां लेने से इसका सीधा असर सेहत पर पड़ता है। ऐसे में इसे नेचुरल तरीके से ठीक करने के लिए आप आयुर्वेदिक उपायों की मदद ले सकते हैं।
आईए जानते हैं ऐसे 5 आयुर्वेदिक उपायों के बारे में जो आपको सिरदर्द से छुटकारा दिलाने में कारगर हैं।
ब्राह्मी :
ये एक ऐसी आयुर्वेदिक औषधि है जिसमें कूलिंग इफेक्ट्स होते हैं, जो तनाव और अवसाद को तम करने के लिए जाने जाते हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक जो लोग सिरदर्द से परेशान होते हैं उन्हें अपने नाक में ब्राह्मी और घी की कुछ बूंदों को डालना चाहिए। इससे समस्या कम हो सकती है।
चंदन :
सिरदर्द दूर करने के लिए लंबे समय से चंदन का इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसे घिसकर माथे पर लगाएं। इसके लिए आधे चम्मच चंदन के पाउडर में थोड़ा पानी मिलाकर पेस्ट बना लें। फिर माथे पर इसका लेप लगाकर इसे 20 मिनट तक छोड़ दें। ऐसा करने से आपको आराम मिल सकता है।
छोटी इलायची :
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक छोटी इलायची में पाए जाने वाले तत्व सिरदर्द को दूर करने में मदद करते हैं।
सेंधा नमक :
एक्सर्ट्स के मुताबिक अगर आप नार्मल नमक के बजाय सेंधा नमक का इस्तेमाल करते हैं तो इससे आपको सिरदर्द में राहत मिल सकती है। इसके लिए गुनगुने पानी में सेंधा नमक मिलाकर पिएं।
त्रिफला चूर्ण :
त्रिफला चूर्ण को हिरतकी, भिभितकी और आंवला के मिश्रण से बनाया जाता है। ये फेफड़ों को भी साफ रखने के साथ ही शरीर को भी ठंडा रखता है। इसके अलावा सांस-संबंधी दिक्कतें भी दूर होती है और माइग्रेन जैसी सिरदर्द की परेशानी भी दूर हो जाती है।