सूचना का अधिकार विषय पर वेबिनार किया गया आयोजित
देहरादून। मंगलवार को हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्यालय उत्तराखंड के स्वामी राम तीर्थ परिसर, विधि विभाग के द्वारा सूचना का अधिकार विषय पर एक वेबीनार का आयोजन किया गया।
इस वेबीनार के संयोजक डॉक्टर सुधीर कुमार चतुर्वेदी ने वेबीनार में सम्मिलित सभी लोगों का स्वागत करके शुरुआत किया। इस वेबीनार की आयोजन सचिव हिमानी बिष्ट ने वेबीनार के विषय वस्तु पर प्रकाश डाला। विधि विभाग के विभागाध्यक्ष एवं संकायाध्यक्ष प्रोफेसर ए के पाण्डेय ने सूचना का अधिकार क्या है व इसके उद्देस्य पर अपने विचार व्यक्त किए।
परिसर निदेशक प्रोफेसर ए.ए. बौड़ाई ने सूचना के अधिकार अधिनियम के महत्व पर चर्चा किया। इस वेबीनार में प्रथम मुख्य वक्ता हिदायतुल्लाह नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी रायपुर के प्रोफेसर व रजिस्ट्रार उदय शंकर जी थे इन्होंने अपने वक्तव्य में सूचना का अधिकार का विस्तार से चर्चा की। साथ ही अधिनियम में उल्लेखित किए गए केंद्रीय सूचना आयोग के गठन अधिकार एवं कर्तव्यों से संबंधित प्रावधानों का विस्तार से चर्चा की तथा केंद्रीय सूचना आयोग द्वारा विगत पंद्रह वर्षो तक का किए गए कार्यों पर भी प्रकाश डाला।
इन्होंने सूचना का अधिकार से संबंधित आवेदनों पर कैसे आवेदक केंद्रीय सूचना आयोग तक अपनी आवेदन पत्रों की कार्रवाई करा सकता है इसके बारे में भी बहुत ही विस्तृत तरीके से वादों का हवाला देते हुए बताया । कार्यक्रम के द्वितीय मुख्य वक्ता आईएमटी यूनिवर्सिटी ग्वालियर के स्कूल आफ लॉ के डीन प्रोफेसर विनोद कुमार श्रोटिया थे।
इन्होंने सूचना के अधिकार का विधि शास्त्रीय दृष्टिकोण से व्याख्यान दिया एवं सूचना के अधिकार का संविधान में क्या महत्व है इस पर भी विस्तार से चर्चा किया । इन्होंने व्यक्ति को क्या- क्या सूचना के अधिकार अधिनियम के अंतर्गत अधिकार प्राप्त है , इसके बारे में भी विस्तार से बताया साथ ही यह भी बताया कि यह अधिनियम 12 अक्टूबर 2005 को लागू हुआ। इस अधिनियम की जानकारी प्रत्येक व्यक्ति को होनी चाहिए।
इस वेबीनार में मॉडरेटर के रूप में विधि विभाग के शोध छात्र अनुज सिन्हा ने योगदान दिया। अंत में डॉ आलोक कुमार यादव ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस वेबीनार में विश्विद्यालय के 70 से अधिक अध्यापक, शोधार्थी, छात्र एवं छात्राएँ उपस्थित हुए।