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कानपुर में कारोबारी के घर IT की रेड, रात भर 4 मशीनों से गिने गए नोट

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक बार फिर इनकम टैक्स की बड़ी छापेमारी हुई है। कानपुर में इत्र के बड़े कारोबारी पीयूष जैन के यहां छापा पड़ा है। इस रेड में इतने नोट मिले कि लोगों के होश उड़ गए। इनकम टैक्स को अब तक करीब 160 करोड़ रुपए की अघोषित संपत्ति की जानकारी मिली है। छापेमारी में अब तक 100 करोड़ से ज्यादा कैश मिला है, नोटों की गिनती लगातार चल रही है। आयकर की टीम ने एसबीआई की चार मशीनों से नोटों की गिनती की। नोटों को ले जाने के लिए 25 बॉक्स मंगाए गए।
बता दें कि कल रात से ही यूपी और मुंबई के 6 ठिकानों पर ये कार्रवाई की गई है। इत्र कारोबारी पीयूष जैन की कंपनी ने पिछले महीने समाजवादी इत्र को लॉन्च किया था। खुद अखिलेश यादव ने सपा दफ्तर में ये इत्र लॉन्च किया था। कानपुर के आनंदपुरी कॉलोनी में ये छापा पड़ा। घर के अंदर अलमारी में बंडल बनाकर नोट रखे गए थे। इनकम टैक्स की टीम ने पीयूष जैन के बिजनेस से जुड़े दस्तावेज जब्त किए। इसके अलावा परिवार के सभी सदस्यों के मोबाइल जब्त कर लिए गए हैं।

पीयूष जैन के 6 ठिकानों पर छापा

इनकम टैक्स की टीमें अभी भी पीयूष जैन के आवास पर पर नोटों की गिनती कर रही है। इस छापेमारी में इनकम टैक्स की टीम को कुल 160 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति मिली है। 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का कैश मिला है, इसके साथ ही बिजनेस से जुड़े दस्तावेजों को भी इनकम टैक्स के अधिकारियों ने जब्त कर लिया है। समाजवादी इत्र बनाने वाले कारोबारी के यहां इनकम टैक्स की ये कार्रवाई कानपुर, कन्नौज और मुंबई के 6 ठिकानों पर की गई।

पीयूष जैन का समाजवादी कनेक्शन?

कन्नौज के बड़े इत्र कारोबारी पीयूष जैन का समाजवादी पार्टी से खास कनेक्शन है। उनकी कंपनी ने पिछले महीने समाजवादी इत्र को बनाया था जिसकी बकायदा अखिलेश यादव ने 9 नवंबर को लॉन्चिंग की थी। पीयूष जैन समाजवादी पार्टी के MLC पम्मी जैन के करीबी भी हैं।

बता दें कि पिछले हफ्ते ही समाजवादी पार्टी के नेताओं और पार्टी से जुड़े लोगों के घरों पर इनकम टैक्स ने छापे मारे थे। जिन लोगों के घर छापे पड़े उनमें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजीव राय शामिल हैं। उनके मऊ के घर पर छापा पड़ा। मैनपुरी में सपा नेता मनोज यादव के ठिकानों पर रेड पड़ी। लखनऊ में एसपी के फाइनेंसर माने जाने वाले जैनेंद्र यादव के घर रेड पड़ी। सीएम कार्यकाल के दौरान वो अखिलेश यादव के ओएसडी रह चुके हैं। इसके अलावा राहुल भसीन के यहां छापा पड़ा जो जैनेंद्र के क़रीबी बताये जाते हैं। ये छापेमारी आय से अधिक संपत्ति और फर्जी शेल कंपनियों के जरिए टैक्स चोरी के आरोप में की गई।

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