उत्तराखंड में लगातार हो रहे सड़क हादसों पर जनसेवी भावना पांडे ने जताया अफ़सोस, कही ये बात
देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड में लगातार हो रहे सड़क हादसों में बेकसूर लोग अपनी जानें गवां रहे हैं। इन बढ़ती दुर्घटनाओं पर जनसेवी, राज्य आंदोलनकारी एवँ जनता कैबिनेट पार्टी की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने दुख जताया एवँ सरकारी तंत्र की लापरवाही के प्रति अपना रोष भी जाहिर किया।
जेसीपी मुखिया भावना पांडे ने कहा कि अभी दो दिन पूर्व ही यमुनोत्री हाईवे पर हुए भीषण बस दुर्घटना में 26 लोगों की मृत्यु हुई थी। इस हादसे को हुए 24 घण्टे का समय भी व्यतीत नहीं हुआ था कि उत्तराखंड के चंपावत क्षेत्र में एक और दर्दनाक सड़क हादसे में तीन लोग काल के गाल में समा गए। जनपद चम्पावत के तहसील पाटी के अंतर्गत सूखीढांग-डांडा-मिडार मोटर मार्ग पर सड़क दुर्घटना में 3 लोगों की मृत्यु हो गई और 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
जनसेवी भावना पांडे ने कहा कि ये बेहद दुःख का विषय है कि देवभूमि उत्तराखंड में लोग लगातार सड़क हादसों का शिकार हो रहे हैं। राज्य में सड़क दुर्घटनाओं के मामलों में तेजी से इज़ाफ़ा हो रहा है। प्रदेश की इस गंभीर समस्या पर उन्होंने राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए सवाल किया कि आखिर इस हादसों का जिम्मेदार कौन है?
राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने यमुनोत्री हाईवे पर रिखाऊं खड्ड के समीप हुई बस दुर्घटना में 26 तीर्थयात्रियों की मौत एवँ 4 लोगों के गंभीर रूप से घायल होने पर सरकारी व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि घटना घटित हो जाने के बाद अब राज्य सरकार और पूरा प्रशासनिक महकमा मामले में लीपापोती करने में लगा हुआ है। जबकि स्थानीय निवासी इसके लिए पूरी तरह से सरकारी लापरवाही को ही जिम्मेदार मान रहे हैं।
भावना पांडे ने बताया कि क्षेत्र के स्थानीय निवासियों एवँ क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने लापरवाही बरतने पर एनएच के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बताया कि डामटा से लेकर रिखाऊं खड्ड तक पांच किमी का सड़क मार्ग बेहद खतरनाक, संकरा एवँ जर्जर है, जबकि यहाँ कईं अंधे मोड़ भी हैं। किंतु संबंधित विभाग के अधिकारियों ने कभी इस मार्ग की सुध नहीं ली।
उन्होंने कहा कि विभाग सड़क पर लीपा पोती कर सरकारी धन को ठिकाने लगाने का काम करता प्रतीत हो रहा है। क्षेत्र में जिस जगह सुरक्षा दीवारें और पैराफिट लगाने थे वहां लगाए नहीं और जहां नहीं लगने थे वहां लगा दिए। यदि दुर्घटना वाली जगह पर पैराफिट होते तो सम्भवतः घटना नहीं होती। उन्होंने बताया कि बीते कुछ रोज पहले भी यमुनोत्री हाईवे पर एक वाहन दुर्घटना ग्रस्त हुआ था, जिसमें तीन तीर्थयात्रियों की मौत हुई थी। उन्होंने सरकार से माँग करते हुए कहा कि इस दर्दनाक घटना की पूरी तरह से निष्पक्ष जांच करवाई जाए एवँ दोषी पाए जाने वाले व्यक्तियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।