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बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्टों के समर्थन में जनसेवी भावना पांडे ने फिर उठाई आवाज़, कही ये बात

देहरादून। वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी, प्रसिद्ध समाजसेवी एवँ जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने उत्तराखंड के बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्टों के समर्थन में एक बार फिर से  आवाज़ उठाई है। गौरतलब है कि जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे राज्य के बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्टों के समर्थन में पूर्व में भी आंदोलन कर चुकी हैं।

बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्टों के आंदोलन को समर्थन देते हुए जनसेवी भावना पांडे

वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में इलाज की बहुत दिक्कत है। डॉक्टर तो दूर फार्मासिस्ट भी अस्पतालों में उपलब्ध नहीं हैं। स्वास्थ्य विभाग में दो हजार से ज्यादा फार्मासिस्टों के पद अस्पतालों में खाली पड़े हैं। बावजूद इसके 21 हजार से ज्यादा बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट आंदोलन को मजबूर हैं।

उन्होंने कहा कि वे पिछले दो सालों से बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्टों के आंदोलन को समर्थन देती आईं हैं व इन युवाओं के समर्थन में हर पल इनके साथ रही हैं। उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सवाल करते हुए कहा कि आखिर इन बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्टों के लिए भर्ती कब खोली जाएगी ?

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जनसेवी भावना पांडे ने कहा कि उत्तराखंड में बेरोजगारी चरम पर है, मजबूरन राज्य के युवाओं को यहाँ से पलायन करना पड़ रहा है। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि बेरोजगार युवाओं के हित को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द नई भर्तियां की जाएं एवं प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाए जाएं, जिससे बेरोजगारी की मार झेल रहे युवाओं को राहत मिल सके।

उन्होंने बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्टों की अनदेखी को लेकर सरकार की मंशा पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उत्तराखंड सरकार को बेरोजगार युवाओं के दुःख-दर्द से कोई सरोकार नहीं है। प्रदेश के युवा ही उत्तराखंड का भविष्य हैं, राज्य सरकार इस तरह से इन्हें अनदेखा कर मुँह नहीं फेर सकती। उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा कि सिर्फ घोषणाएं करने से कुछ नहीं होगा, यदि शीघ्र ही सरकार ने इन बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्टों के हित में कदम नहीं उठाया तो इन युवाओं के समर्थन में उन्हें पुनः आंदोलन करने को बाध्य होना पड़ेगा।

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