उत्तराखंड में जगह-जगह दरक रहे पहाड़, जान जोखिम में डालकर स्कूल पहुंच रहे बच्चे : जनसेवी भावना पांडे
देहरादून। उत्तराखंड में हो रही भारी बरसात की वजह से जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है। कुदरत की मार की वजह से पहाड़ दरक रहे हैं, नदी, नाले और गदेरे उफान पर हैं। स्कूली बच्चे भी जान जोखिम में डालकर सड़क पर आए बोल्डरों के ऊपर से व उफनते नदी-नालों को पारकर विद्यालय पहुंचने को विवश हो रहे हैं। पहाड़वासियों को हो रही परेशानियों को लेकर उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने अपनी चिंता व्यक्त की है।
वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि बीते कुछ दिनों से उत्तराखंड के अधिकतर इलाकों में भारी बारिश का सिलसिला जारी है। वहीं राज्य के मौसम विभाग ने एक बार फिर अगले 24 घण्टों में भारी बरसात होने की संभावना जताते हुए अलर्ट जारी किया है। मौसम केंद्र के अनुसार राज्य के 6 जनपदों में बहुत भारी बारिश हो सकती है। ऐसे में खतरे की संभावना और भी बढ़ गई है।
जनसेवी भावना पांडे ने उत्तराखंड के चमोली जिले का ज़िक्र करते हुए कहा कि चमोली जिले में रुक-रुककर हो रही भारी बारिश से मलबा आने से ग्रामीण क्षेत्रों की 39 सड़कें बंद पड़ी हैं जिससे ग्रामीणों को आवाजाही में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही स्कूली बच्चों को बोल्डरों के ऊपर से गुज़रकर ही स्कूल जाना पड़ रहा है। वहीं पोखरी, नंदानगर, गैरसैंण, देवाल, थराली और दशोली ब्लाक के गांवों की अधिकांश सड़कें बंद हैं। कई निर्माणाधीन सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। पीपलकोटी-स्यूंण-बैमरु मार्ग बंद होने से ग्रामीण करीब आठ किलोमीटर की पैदल दूरी तय कर पीपलकोटी पहुंच रहे हैं।
ऐसे में रसोई गैस सिलिंडर भी ग्रामीण अपनी पीठ पर लादकर ले जा रहे हैं, वहीं मरीजों को भी पालकी के सहारे ही पैदल ले जाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पोखरी क्षेत्र में उडामांडा-रौता सड़क 24 जुलाई से बंद है। नंदानगर के क्षेत्र में पिछले कई दिनों से ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कें बंद हैं लेकिन विभागीय अधिकारी सड़कों को खोलने में लापरवाही बरत रहे हैं।
उन्होंने ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाईवे का ज़िक्र करते हुए कहा कि गुरुवार दोपहर करीब तीन बजे ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर कर्णप्रयाग के पास पंचपुलिया में पहाड़ी से चट्टान का बड़ा हिस्सा टूटकर पर गिर गया। गनीमत रही कि उस दौरान वहां कोई यात्री नहीं था। हाईवे पर बोल्डर गिरने के कारण सड़क के दोनों ओर लंबा जाम लग गया। इस दौरान करीब 300 वाहन जाम में फंस गए। वहीं, हाईवे बंद होने से स्थानीय लोगों सहित बदरीनाथ और हेमकुंड जाने वाले करीब 500 तीर्थयात्री जाम में फंस गए।
जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि पहाड़वासियों का दुश्वारियों भरा जीवन भारी बारिश के चलते और भी कठिन हो गया है किंतु सरकारी मशीनरी अपनी जिम्मेदारी सही ढंग से नहीं निभा रही है। जगह-जगह मार्ग बंद पड़े हैं और सड़कें टूटकर गहरे गड्ढो में तब्दील हो चुकी हैं। राजधानी देहरादून में ही अधिकतर इलाकों में सड़कें खुदी होने की वजह से खतरनाक व खस्ताहाल बनी हुई हैं। सड़कों पर बने गहरे गड्ढों में बारिश का पानी भरा रहने के कारण रोज़ाना राहगीर इनमें गिरकर चोटिल व वाहन क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि आखिर इन समस्याओं का समाधान कब किया जाएगा। आखिर कब आमजन को राहत मयस्सर होगी।