स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी कल्याण समिति ने समाजसेवियों को किया सम्मानित
दिवंगत सेनानी की सुपुत्री सुधा जुयाल ने बताया कि खाराखेत में नमक आंदोलन में शामिल होने पर इन्हें 1930 में गिरफ्तार कर हरदोई जेल की कालकोठरी में भेजा गया तथा यातनाएं दी गई।
देहरादून। दून के रानीपुर पोखरी के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ब्रह्मदत्त की 122 वी जयंती पर सिटी बैंक्विट हॉल में स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी कल्याण समिति की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में समाजसेवियों को सम्मानित किया गया। दिवंगत सेनानी की सुपुत्री सुधा जुयाल ने बताया कि खाराखेत में नमक आंदोलन में शामिल होने पर इन्हें 1930 में गिरफ्तार कर हरदोई जेल की कालकोठरी में भेजा गया तथा यातनाएं दी गई।
समारोह में वक्ताओं ने कहा आजादी के योद्धाओं ने जिस प्रकार बिना धार्मिक जातिगत भेदभाव के अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ जंग लड़कर देशप्रेम, एकजुटता, सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारे का संदेश दिया उसी भावना को सुदृढ़ बनाने की आज देश को सबसे ज्यादा जरूरत है। इसमें सेनानी परिवारों की मुख्य भूमिका है तथा इन्हें अपनी जिम्मेदारी का एहसास दिलाना ही शहीदों को वास्तविक श्रद्धांजलि होगी।
सम्मानित किए जाने वालों में डॉ. मुनीराम सकलानी, संदीप शास्त्री, शक्ति प्रसाद डिमरी, सुशील त्यागी, मुकेश नारायण शर्मा, रवि भाटिया, बबीता अस्वाल, कुसुम धस्माना, संजय अमन, जगदीश डडोना, आशा नौटियाल, हरेंद्र सिंह रावत, साधना तिवारी, उषा कोठारी एवं मधु गोयल आदि शामिल थे।