पति को बचाने के लिए बदमाशों से भिड़ी बुजुर्ग महिला, डरकर भागे लुटेरे
शिमला बाईपास पर पूर्व रेलकर्मी का घर है। वह सुबह पौधों में पानी दे रहे थे कि तभी वहां नकाबपोश बदमाश आ गए। बुजुर्ग को बंधक बनाया तो महिला बदमाशों से भिड़ गई।
देहरादून। सहसपुर थाना क्षेत्र में बदमाशों के हौसले बुलंद हैं। तड़के तीन बदमाश लाठी, डंडे और चाकू से लैस होकर सभावाला में शिमला बाइपास स्थित एक घर में घुस गए। बदमाशों ने पूर्व रेलवेकर्मी को बंधक बना लिया, लेकिन, पति को बचाने के लिए बुजुर्ग पत्नी बदमाशों से भिड़ गई। बदमाश बुजुर्ग महिला पर लगातार लात घूसों से वार करते रहे, लेकिन महिला ने हार नहीं मानी। आखिरकार, पकड़े जाने के डर बदमाश मौके से फरार हो गए। शमशेर सिंह के मकान में पांच सीसीटीवी कैमरा लगे थे। लूट की पूरी घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई।
जानकारी के अनुसार सभावाला में शिमला बाईपास पर पूर्व रेलकर्मी शमशेर सिंह (78) का मकान है। वह पत्नी अनसूया सिंह (64) के साथ मकान में रहते हैं। उनके बेटे विनय जीत सिंह देहरादून और दो बेटियां दिल्ली में रह रही हैं। रविवार तड़के 5:15 बजे शमशेर सिंह घर के बरामदे में गमलों में लगे पौधों को पानी दे रहे थे। इस दौरान अचानक एक नकाबपोश बदमाश घर में घुस आया। उसने बुजुर्ग को धक्का दिया। इस बीच दो और बदमाश घर के भीतर आ गए। मकान में चारदीवारी बनाने का काम चल रहा था। बदमाश बुजुर्ग को नीचे गिराकर उनकी पीठ पर चढ़ गए। सीमेंट के कट्टे से बुजुर्ग के हाथ पैर बांध दिए। उनकी पीठ पर चाकू रख कर बोला कि घर में जितनी भी नगदी और जेवर हैं उन्हें हमारे हवाले कर दो। बदमाशों ने बुजुर्ग को जान से मारने की धमकी भी दी।
इस दौरान शमशेर सिंह की बुजुर्ग पत्नी अनुसूया सिंह अचानक बरामदे में आ गई। वह पति को बचाने के लिए बदमाशों से भिड़ गई। बुजुर्ग महिला शोर भी मचाने लगी। इस बीच बदमाशों ने बुजुर्ग महिला को लात घूसों से पीटना शुरू कर दिया। बदमाश उनकी पीठ पर चाकू रखकर उन्हें घर के अंदर ले गए। महिला ने विरोध करते हुए शोर मचाया तो दो बदमाश मकान से निकलकर भाग गए। बुजुर्ग महिला ने एक बदमाश को पकड़ लिया।
बदमाश स्वयं को महिला से छुड़ाने के लिए उनको बालों से खींचते हुए बरामदे तक ले आया। बदमाश ने स्वयं को छुड़ाया और मौके से फरार हो गया। महिला ने घर में बंधे कुत्ते को भी खोल दिया। थाना प्रभारी मुकेश त्यागी ने बताया कि तहरीर मिलने के बाद मुकदमा दर्ज किया जाएगा। शमशेर सिंह के बेटे विनय जीत सिंह ने बताया उनके माता-पिता ने सेवानिवृत्ति के समय को सुकून से बिताने के लिए सभावाला में मकान लिया था। लेकिन, घटना के बाद से उनके पिता और माता सदमे में हैं। अब वह यहां रहने से डर रहे हैं।
नशेड़ियों और अपराधियों का गढ़ बना सहसपुर