1971 के युद्ध में अपना सर्वोच्च अर्पण करने वाले मां भारती के वीर सपूतों को नमन : भावना पांडे
उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने शहीदों को याद करते हुए कहा कि हम देशवासी कभी उन वीर सपूतों के योगदान को नहीं भुला सकते, जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है।
देहरादून। उत्तराखंड की बेटी, राज्य आंदोलनकारी एवँ प्रसिद्ध समाजसेवी भावना पांडे ने ‘विजय दिवस’ के अवसर पर वीर बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी एवं सादर नमन किया। वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध में भारतीय सशस्त्र सेनाओं की ऐतिहासिक जीत के 53 वर्ष पूरे होने पर उन्होंने युद्ध के वीर सैनिकों के शौर्य, पराक्रम व बलिदान को याद किया।
इस अवसर पर जारी अपने संदेश में राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा- 16 दिसंबर 1971 को ढाका में भारतीय सेना के अदम्य साहस, पराक्रम व शौर्य के आगे पाकिस्तान की सेना ने घुटने टेक दिये थे। इस युद्ध के दौरान अपना सर्वोच्च अर्पण करने वाले मां भारती के वीर सपूतों, अमर बलिदानियों को शत्-शत् नमन एवं समस्त देशवासियों को ‘विजय दिवस’ की हार्दिक शुभकामनाएं।
जनसेवी भावना पांडे ने कहा कि वर्ष 1971 में आज ही के दिन पाक सेना ने हमारे वीर सैनिकों की वीरता के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। विजय दिवस सेना के शौर्य व पराक्रम का दिवस है। आज का दिन भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में भारतीय सेना की जयघोष का दिन है।
उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने शहीदों को याद करते हुए कहा कि हम देशवासी कभी उन वीर सपूतों के योगदान को नहीं भुला सकते, जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है।