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दिल्ली देखने की चाह में घर से भागा किशोर

देहरादून। बाली उम्र क्या कुछ नहीं करवाती। बाल मन में कई तरह के सवाल और जिज्ञासाएँ उत्पन्न होती हैं। इस उम्र में इंसान वो सब भी कर बैठता है जो कुछ उसे कतई नहीं करना चाहिए। कुछ ऐसा ही किया देहरादून के एक किशोर ने।

गौरतलब है कि गुरुवार को नेहरू कालोनी के सैन्ट एनी स्कूल से आयुष वालिया पुत्र अजय वालिया उम्र 14 वर्ष हमेशा की तरह स्कूल पढ़ने गया था, परन्तु उसके बाद वापस घर नही लौटा। बेटे के घर ना लौटने से परेशान पिता अजय वालिया ने थाना नेहरू कालोनी में एक लिखित तहरीर दी गयी जिसके आधार पर थाना हाजा पर मु.अ.सं. शून्य/17 गुमशुदगी दर्ज की गयी।

मामले की गम्भीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुमार द्वारा तत्काल संज्ञान लेकर लापता किशोर की बरामदगी हेतु कार्रवाई शुरू की गई। पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि आयुष लगभग 7:30 बजे स्कूल यूनिफार्म में स्कूल में आया और दो मिनट बाद ही स्कूल की विपरीत दिशा में बैग सहित जाता हुआ दिखाई दिया।

इस सम्बन्ध जब आयुष के परिजनों से पूछा गया कि कही वह आपके रिश्तेदारों के पास तो नहीं है तो उनके द्वारा बताया गया कि उन्होंने अपने सभी परिचितों से जानकारी की गयी है वह किसी भी रिश्तेदार के पास नहीं है। पुलिस टीम के सभी सदस्यों द्वारा आयुष के सम्बन्ध में सूचना सोशल मीडिया में प्रसारित की गयी तथा बच्चे की खोजबीन सभी सार्वजनिक स्थानों, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, धर्मशालाओं, व होटल आदि में पुलिस द्वारा जारी रही।

इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि उक्त हुलिया का बच्चा देहरादून रेलवे स्टेशन पर देखा गया। इस सूचना पर आयुष के इस सम्बन्ध में जानकारी की गयी तो पता चला कि उक्त हुलिये का बच्चा दिल्ली-देहरादून पैसेजर ट्रेन में बैठता हुआ देखा गया इसकी सूचना तत्काल जीआरपी उत्तराखण्ड के सभी स्टेशनों, दिल्ली पुलिस, हरियाणा पुलिस को भेजी गयी। इसके बाद पुलिस टीम के गुमशुदा किशोर के पिता अजय वालिया को साथ लेकर दिल्ली रवाना हुए।

इसी बीच जांच करते हुए पुलिस को मोदीनगर स्टेशन पर एक बैग लावारिस स्थिति ट्रेन में मिला। उक्त बैग को चैक किया गया तो उसे गुमशुदा के पिता ने पहचान लिया और बताया कि यह बैग आयुष का है।बैग को चैक करने पर बैग के अन्दर मोबाईल का नया डिब्बा बिना मोबाईल के मिला जिसकी आई.एम.ई.आई. को नोट कर सर्विलांस के माध्यम से लगातार रन कराया गया। जांच में फोन की लोकेशन दिल्ली में मिली जो उस समय बंद था। इस पर पुलिस तत्काल दिल्ली रवाना हुई। जहां जांच में पुलिस ने पाया कि उक्त हुलिये का बच्चा इंडिया गेट के पास देखा गया है। इस सूचना पर पुलिस टीम द्वारा सुरागरसी-पतारसी कर मौके से गुमशुदा आयुष वालिया को सकुशल बरामद किया गया।

आयुष वालिया से पूछताछ करने पर बताया गया कि वह अपनी मर्जी से स्कूल से चला गया था। उसने पुलिस को बताया कि वह इण्डिया गेट देखना चाहता था और उसकी दिल्ली घूमने की इच्छा थी। जिस कारण वह स्कूल नहीं जाना चाहता था और किसी को बिना बताये स्कूल से भागकर दिल्ली चला गया था। उक्त घटना के अनावरण में पुलिस की तत्परता एवं किशोर की बरामदगी पर उच्चाधिकारियों व स्थानीय जनता एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रशंसा की गयी। एसएसपी द्वारा पुलिस टीम को 2500 रूपये का ईनाम देने की घोषणा की गयी।

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