आग में जलकर खाक हुआ कीमती सामान, सूचना पर भी नहीं पहुंची फ़ायर ब्रिगेड
देहरादून। राजधानी देहरादून के अजबपुर कलां क्षेत्र में स्थित बैंक कॉलोनी में एक मकान में आज दोपहर अचानक आग लग जाने के कारण वहां रखा कीमती सामान जलकर खाक हो गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार अजबपुर कलां क्षेत्र में हरिद्वार बाईपास रोड स्थित बैंक कॉलोनी निवासी सिद्धार्थ डंडरियाल के घर में शनिवार दोपहर अचानक आग लग गई। घर पर उस वक्त सिद्धार्थ की माता मीनू डंडरियाल अकेली थी।
घर में अचानक उठते धुंए और आग की लपटों को देखकर उन्होंने शोर मचाया। इसी बीच आस-पड़ोस के लोगों ने मिलकर पानी डालकर किसी तरह आग की लपटों पर काबू पाया। खबर सुनकर मकान स्वामी सिद्धार्थ डंडरियाल भी तत्काल घर पहुंच गए। इसी बीच उनके द्वारा फायर ब्रिगेड और पुलिस को भी घटना की जानकारी दी गई किंतु ना तो फायर ब्रिगेड और ना ही पुलिस का कोई कर्मी ही घटनास्थल पर पहुंचा।
घटना के काफी घंटे व्यतीत हो जाने के बाद शाम को चीता पुलिस के 2 जवान मौके पर पहुंचे और महज खानापूर्ति कर वापस लौट गए। घटना की जानकारी क्षेत्रीय ग्राम प्रधान एवं स्थानीय विधायक उमेश शर्मा काऊ को भी दे दी गई किंतु अभी तक ना तो विधायक और ना ही ग्राम प्रधान मौके पर पहुंचे और न ही उनके द्वारा पीड़ित गृह स्वामी को किसी प्रकार की कोई आर्थिक मदद दिए जाने का आश्वासन दिया गया।
गौरतलब है कि घटनास्थल से महज थोड़ी दूर पर रायपुर क्षेत्र के विधायक उमेश शर्मा का निवास स्थान है किंतु सूचना पाने के बावजूद भी उन्होंने घटनास्थल पर जाकर घटना का जायजा लेने व मुआवजे की घोषणा करने की कोशिश नहीं की।
कमोबेश यही उदासीनता घटना के प्रति पुलिस और फायर सर्विस ने भी दिखाई। चीता पुलिस की बेशर्मी तो तब नज़र आयी जब वे घटनास्थल पर पहुंचकर ये कहते सुने गए कि “आग तो बुझ ही गयी, अब फायर ब्रिगेड को बुलाकर क्या करोगे।” विधायक, पुलिस प्रशासन और फायर ब्रिगेड की लापरवाही का जब राजधानी देहरादून में ये आलम है तो राज्य के दुर्गम क्षेत्रों में पुलिस और जनप्रतिनिधियों की सक्रियता और कर्तव्य निष्ठा का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।