सस्ती होंगी हवाई टिकटें, पढ़िये पूरी खबर
नई दिल्ली। अगर आप भी हवाई यात्रा करने जा रहे हैं तो जल्द ही आपकी जेब को राहत मिल सकती है। इस साल करीब दोगुने हो चुके ATF की कीमतों में मामूली कटौती दर्ज की गई है। आज सरकारी तेल कंपनियों ने विमान ईंधन (ATF) की कीमत में शनिवार को 2.2 प्रतिशत की कटौती कर दी। इससे पहले पिछले महीने ATF की कीमतों में 16 प्रतिशत की जोरदार बढ़ोत्तरी हुई थी। जिसक बाद ATF के दाम 1,41,000 रुपये किलोलीटर से भी ज्यादा हो गए थे।
कीमतों में इस कटौती का कारण अंततराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में आई नरमी को माना जा रहा है। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों की मूल्य अधिसूचना के अनुसार, ATF के दाम में 3,084.94 रुपये प्रति किलोलीटर यानि 2.2 प्रतिशत की कटौती की गई है। जिसके बाद ATF के दाम 1,38,147.93 रुपये प्रति किलोलीटर हो गए हैं।
10 बार बढ़ने के बाद सिर्फ 2 बार घटे दाम
ATF की कीमत में इस साल केवल दूसरी बार कटौती गई है। पिछले महीने इसकी कीमत 1,41,232.87 रुपये प्रति किलोलीटर (141.23 रुपये प्रति लीटर) के चरम पर पहुंच गई थी। एटीएफ के दाम पिछले पखवाड़े अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतों के आधार पर हर महीने की पहली और 16वीं तारीख को संशोधित किए जाते हैं। इससे पहले एक जुलाई को कीमत में कोई बदलाव नहीं किया गया था।
मेट्रो शहरों में ATF के दाम
- Delhi 1,38,147.93
- Kolkata 144,575.71
- Mumbai 137,095.74
- Chennai 143,212.25
एक साल में डबल हो गया किराया
गंतव्य | 2021 | 2022 |
दिल्ली से मुंबई | 2400 | 5400 |
दिल्ली से पुणे | 2800 | 6550 |
दिल्ली से बेंगलुरू | 4200 | 6200 |
दिल्ली से कोलकाता | 4100 | 5530 |
दिल्ली से पटना | 3100 | 5850 |
(कीमतें जुलाई से सितंबर के औसत के आधार पर)
विमानन खर्च में तेल की 40 प्रतिशत का हिस्सेदारी
विमान संचालन में ATF पर होने वाले खर्च की हिस्सेदारी 40 फीसदी रहती है। यही कारण है कि एटीएफ में वृद्धि से टिकटें महंगी होती हैं। 2022 में जनवरी से अब तक ATF के मूल्य में 11 बार वृद्धि की जा चुकी है। साल की शुरुआत में 1 जनवरी को इसकी कीमत 72,062 रुपये प्रति किलोलीटर थी। वहीं तब से इसमें 91 फीसदी की बढ़ोत्तरी हो चुकी है।
मार्च में लगी थी कीमतों में आग
इस साल 16 मार्च को कंपनियों ने ATF में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी की थी। 1 मार्च को जहां एटीएफ की कीमत 93,530 प्रति किलोलीटर, 16 मार्च को 18.3 फीसदी की बढ़ोत्तरी के बाद पहली बार एक लाख के पार पहुंचते हुए 110,666 प्रति किलोलीटर हो गई। वहीं अप्रैल और मई की बढ़ोत्तरी के बाद कीमतें 1.23 लाख प्रति किलोलीटर तक पहुंच गईं।