विभागीय परीक्षा पास कर चुके सहायक लेखाकारों ने की पदोन्नति की मांग

देहरादून। विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके पात्र सहायक लेखाकारों ने पदोन्नति की मांग की है। अपनी मांग को लेकर उन्होंने उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर भी अवगत करवाया है किंतु अभी तक उनकी मांग पर अधिकारियों द्वारा कोई गौर नहीं किया गया है। जिसको लेकर पात्र सहायक लेखाकारों के भीतर रोष व्याप्त है।
गौरतलब है कि निदेशालय विभागीय लेखा उत्तराखंड के अंतर्गत राज्य के विभिन्न विभागों में कार्यरत लेखाकारों से सहायक लेखा अधिकारी के पद पर पदोन्नति हेतु पात्र कर्मचारियों ने वित्त सचिव समेत विभागीय उच्चाधिकारियों को पत्र के द्वारा अपनी मांग से अवगत कराया है।
लेखाकारों का कहना है कि शासनादेश के अनुसार राज्य के विभिन्न विभागों में लेखा परीक्षा संवर्ग का गठन एवं नियुक्ति हेतु अहर्ता निर्धारित करते हुए लेखाकार के पद पर पदोन्नति प्रक्रिया को स्पष्ट किया गया है। उक्त शासनादेश में यह भी साफ दर्शाया गया है कि जिन सहायक लेखाकारों द्वारा 3 वर्ष की सेवा पूर्ण करने के पश्चात विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण कर ली गई हो उन पात्र सहायक लेखाकार की लेखाकार के पद पर पदोन्नति की जा सकती है।
वहीं उक्त विभागीय लेखा कि संदर्भित सूची में जिन लेखाकारों को शामिल किया गया है वे 2007 के पश्चात लेखाकार के पद पर पदोन्नत हुए हैं किंतु उक्त शासनादेश के लागू होने के पश्चात भी किसी लेखाकार द्वारा विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण नहीं की गई है। इससे साफ जाहिर होता है कि शासन द्वारा समय-समय पर विभागीय परीक्षा पास करने के निर्देश के बावजूद भी उक्त विभागों द्वारा लेखाकार के पद पर विभागीय परीक्षा पास के बिना ही पदोन्नति दी जा रही है।
वहीं निदेशालय विभागीय लेखा उत्तराखंड द्वारा भी ऐसे कईं अपात्र कार्मिकों को जेष्ठता सूची में शामिल किया गया है। ऐसे में विभागीय परीक्षा पास कर चुके पात्र कार्मिकों को नियमानुसार पदोन्नति से वंचित होना पड़ रहा है।
ज्ञात हो कि पूर्व में ग्राम विकास विभाग उत्तराखंड के लेखाकारों को भी विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण ना होने पर जेष्ठता सूची में शामिल नहीं किया गया था। पात्र कार्मिकों ने ज्येष्ठता सूची का फिर से परीक्षणकर पात्र कर्मचारियों को पदोन्नति सूची में शामिल करने की मांग की है।