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बलात्कारी बाबा को मिली बीस साल सश्रम कारावास की सजा
रोहतक। राम रहीम प्रकरण में सीबीआई की विशेष अदालत ने डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को बलात्कार के दो मामलों में अलग-अलग दस साल की सजा सुनाई और दोनों मामलों में 15-15 लाख रुपए का अर्थदंड भी लगाया। सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि डेरा प्रमुख के खिलाफ दायर बलात्कार के दोनों मामलों में सुनाई गई कारावास की दोनों सजाएं एक के बाद एक लगातार कुल बीस साल तक चलेंगी।
विशेष सीबीआई अदालत के न्यायाधीश जगदीप सिंह ने यहां की सुनारिया जेल में बनी अस्थायी अदालत में राम रहीम को सजा सुनाई। बीते शुक्रवार को अदालत ने डेरा प्रमुख को बलात्कार के इस मामले में दोषी करार दिया था, जिसके बाद उनके समर्थकों ने हिंसक प्रदर्शन किए थे।
स्थानीय मीडिया के अनुसार अदालत का फैसला पढ़ा गया तो राम रहीम रो पड़े और हाथ जोड़कर रहम की गुहार लगाई। सजा सुनाये जाने के बाद गुरमीत सिंह ने कोर्ट छोड़ने से इंकार कर दिया जिसके बाद उन्हें जबरन बाहर ले जाया गया।
अप्रिय घटनाओं से बचने के मकसद से यह फैसला किया गया था कि राम रहीम को पंचकुला स्थित अदालत में ले जाने की बजाय विशेष सीबीआई न्यायाधीश जगदीप सिंह रोहतक पहुंचकर सजा सुनाएं। सिंह हेलीकॉप्टर से रोहतक पहुंचे। हेलीकॉप्टर जेल के निकट बने हेलीपैड पर उतरा। बचाव और अभियोजन पक्ष के वकीलों की दलीलें सुनने के बाद न्यायाधीश ने राम रहीम को दो मामलों में 10-10 साल जेल की सजा सुनाई। सजा पर बहस के दौरान सीबीआई के वकील ने डेरा प्रमुख को उम्रकैद देने की मांग की जबकि राम रहीम के वकील की ओर से डेरा प्रमुख की ओर से किये जाने वाले सामाजिक कार्यों को देखते हुए अदालत से नरमी दिखाने की मांग की गयी। वकीलों की दलीलें सुनते हुए राम रहीम रो पड़े और सर झुका कर न्यायाधीश से हाथ जोड़ कर कहा, ”मुझे माफ कर दीजिए।” सजा के ऐलान से पहले गुरमीत सिंह फर्श पर बैठकर फूट फूट कर रो पड़ा और माफी की मांग की।
रोहतक रेंज के पुलिस महानिरीक्षक नवदीप सिंह विर्क ने कहा, ”उच्च न्यायालय के निर्देशों पर जेल के भीतर पुस्तकालय में एक विशेष अदालत कक्ष बनाया गया है और वहां अदालत की कार्यवाही चली। जेल परिस के आसपास सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये गये हैं। रोहतक और जेल के आसपास के इलाकों में सुरक्षा के बहुस्तरीय प्रबंध किए गए थे। अर्धसैनिक बलों की 23 कंपनियों की तैनाती की गई थी। जेल की ओर जाने सभी रास्तों को बंद कर दिया गया था और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सेना को तैयार रखा गया था। हरियाणा और पंजाब हाई अलर्ट पर रहे और अधिकारियों ने सुरक्षा हालात को चुनौतीपूर्ण करार देते हुए चेतावनी दी थी कि हिंसक प्रदर्शनकारियों को देखते ही गोली मार दी जाएगी।
उधर, सिरसा से मिली रिपोर्टों में कहा गया है कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को बलात्कार के एक मामले में दस साल की जेल की सजा सुनाये जाने के बाद कुछ अज्ञात लोगों ने सिरसा कोटली गांव में एक कार जला दी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि डेरा सच्चा सौदा के मुख्यालय से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कोटली गांव के निकट कुछ अज्ञात लोगों ने एक लग्जरी कार जला दी। अधिकारी ने बताया कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इसमें डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी संलिप्त थे। पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘हम मामले की जांच कर रहे हैं। ग्राम सरपंच का बयान दर्ज किया जा रहा है। प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत हो रहा है कि डेरा अनुयायियों ने आगजनी की है, जो अदालत के फैसले से आक्रोशित थे।’’ कुछ ग्रामीणों के अनुसार कोटली गांव में कुछ लोग दो कारों में आए थे। ग्रामीणों ने बताया कि एक कार के लोग बाहर आए और उन्होंने वाहन जला दिया और दूसरे कार में बैठकर भाग निकले।
उल्लेखनीय है कि अदालत ने डेरा सच्चा सौदा के 50 वर्षीय प्रमुख राम रहीम को 2002 में एक अनाम लिखित शिकायत के आधार पर दर्ज किए गए मामले में बलात्कार का दोषी करार दिया था। शिकायत में उन पर दो महिला अनुयायियों के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया। रिपोर्ट के आधार पर पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के निर्देश पर उनके खिलाफ दिसंबर, 2002 में मामला दर्ज किया गया था।