पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़कर नए कीर्तिमान स्थापित करेगी चारधाम यात्रा : सतपाल महाराज
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि चारधाम यात्रा पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़कर नए कीर्तिमान स्थापित करेगी। बीते वर्ष के अनुभव के आधार पर यात्रा के लिए व्यवस्थाएं की जा रही है। बताया, 21 फरवरी से अब तक चारधाम यात्रा में केदारनाथ के लिए 3,49,944, बदरीनाथ के लिए 2,91,537, यमुनोत्री के लिए 1,61,149 और गंगोत्री धाम के लिए 1,66,310 यात्री पंजीकरण कर चुके हैं।
देहरादून। उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सपताल महाराज ने कहा कि बदरीनाथ धाम को स्मार्ट स्प्रिचुअल हिल टाउन (आध्यात्मिक पर्वतीय शहर) के रूप में विकसित किया गया जाएगा। इसके लिए पहले चरण में 425 करोड़ रुपये की लागत से बदरीनाथ मास्टर प्लान पर काम शुरू हो गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्य से केदारपुरी भव्य व दिव्य स्वरूप में विकसित हुई है। कहा, 22 अप्रैल से शुरू हो रही चारधाम यात्रा के लिए बडी़ संख्या में देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालु पंजीकरण करा रहे हैं। अब तक पंजीकरण की संख्या 10 लाख हो गई है। गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउसों में भी सात करोड़ की बुकिंग हो चुकी है।
उन्होंने कहा, यह इस बात का प्रमाण है कि इस वर्ष की चारधाम यात्रा पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़कर नए कीर्तिमान स्थापित करेगी। बीते वर्ष के अनुभव के आधार पर यात्रा के लिए व्यवस्थाएं की जा रही है। बताया, 21 फरवरी से अब तक चारधाम यात्रा में केदारनाथ के लिए 3,49,944, बदरीनाथ के लिए 2,91,537, यमुनोत्री के लिए 1,61,149 और गंगोत्री धाम के लिए 1,66,310 यात्री पंजीकरण कर चुके हैं।
रोपवे को तीन वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य
उन्होंने कहा, जीएमवीएन गेस्ट हाउस में 7.41 करोड़ की बुकिंग हो चुकी है। प्रदेश में हवाई सेवाओं का भी विस्तार किया जा रहा है। चारधाम ऑल वेदर रोड और ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर काम जोरों पर चल रहा है। गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तथा सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे को तीन वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
सरकार ने खरसाली से यमुनोत्री तक 166 करोड़ रुपये से भी अधिक की धनराशि से बनने वाले रोपवे परियोजना को मंजूरी दी है। बताया, धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने शाक्त, शैव, वैष्णव, गोलज्यू, गुरुद्वारा, हनुमान, नाग देवता, स्वामी विवेकानंद, महासू देवता, नरसिंह देवता, और नवग्रह देवता सर्किट का निर्माण किया है। चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालु इन सर्किट के दर्शन कर सकते हैं।