UKSSSC पेपर लीक मामले में 18 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल, 21 के विरुद्ध गैंगस्टर कानून के तहत मामला दर्ज
लखनऊ/देहरादून। उत्तराखंड कनिष्ठ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) पर्चा लीक मामले में विशेष कार्य बल ने 18 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीद दायर किया है और 30 लाख रुपये की जमा राशि वाले 24 से अधिक बैंक अकाउंट पर रोक लगाने के अलावा 94.79 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं। मंगलवार को भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं- 420 (धोखाधड़ी), 467 (दस्तावेजों का फर्जीवाड़ा), 468 (धोखा देने की मंशा से फर्जीवाड़ा), 471 (असली दस्तावेजों का फर्जी इस्तेमाल) और 34 (समान मंशा से कई लोगों की ओर से एक जैसा अपराध किया जाना) के तहत अदालत में आरोपपत्र दाखिल किए गए।
अब तक 41 लोग हो चुके हैं गिरफ्तार
आरोपियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनैतिक तरीकों का निषेध) कानून के तहत भी आरोप लगाया गया है। एसटीएफ ने इस मामले में कथित मास्टरमाइंड मोहम्मद सादिक मूसा और उसके करीबी सहयोगी योगेश्वर राव सहित 41 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में अभी तक गिरफ्तार अन्य मुख्य आरोपी जिला पंचायत सदस्य हकाम सिंह, चंदन मनराल, केन्द्रपाल और लखनऊ स्थित फर्म आरएमएस टेक्नोसॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के मालिक राजेश चौहान हैं।
94.79 लाख रुपये नकद बरामद किए गए
एसटीएफ की ओर से इस संबंध में जारी बयान के अनुसार, इनमें से 21 के खिलाफ कठोर गैंगस्टर कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। एसटीएफ ने बताया कि उसने 94.79 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं और 24 से ज्यादा बैंक खातों पर रोक लगाई है, जिनमें करीब 30 लाख रुपये जमा हैं।
22 जुलाई को पहला मामला दर्ज किया गया था
यूकेएसएसएससी (UKSSSC) में कथित अनियमितताओं को लेकर विवाद उठने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर 22 जुलाई को पहला मामला दर्ज किया गया था। मामले की जांच की प्रगति की स्वयं निगरानी कर रहे धामी ने बार-बार कहा है कि प्रत्येक दोषी को न्याय के दायरे में लाए जाने तक जांच जारी रहेगी।
UKSSSC स्नातक स्तर परीक्षा पर्चा लीक मामले के अलावा विशेष कार्यबल वन रक्षक एवं सचिवालय सुरक्षा गार्ड के लिए भर्ती परीक्षा में कथित अनियमितताओं के मामले की भी जांच कर रहा है। इस मामले में चार व्यक्ति अब तक गिरफ्तार किए गए हैं।