छात्राओं के वॉशरूम में लगा था कैमरा, खुलासा होने पर प्रिसिंपल गिरफ्तार

महाराजगंज। यूपी में पुलिस ने एक स्कूल की प्रिंसिपल को उसके भाई और दो शिक्षकों के साथ गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारी तब की गई जब स्कूल की टॉयलेट में मौजूद छात्राओं का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। सवालों के घेरे में आया वीडियो गुप्त कैमरे से बनाया गया है। प्रशासन तब सक्रिय हुआ जब गुरुवार (5 जुलाई) को विद्यार्थियों और उनके परिजनों ने स्कूल में पहुंचकर हंगामा और विरोध प्रदर्शन किया।
महाराजगंज के सहायक पुलिस अधीक्षक आशुतोष शुक्ला ने कहा,”गुरुवार की सुबह, कुछ विद्यार्थियों और उनके परिजनों ने स्कूल में लड़कियों के टॉयलेट में कैमरा लगा होने के विरोध में प्रदर्शन किया था। पुलिस अफसरों की टीम ने मौके पर जाकर स्कूल की प्रधानाचार्य, उसके भाई और दो शिक्षकों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों ही स्कूल से भाग गए थे। स्कूल की प्रधानाचार्य महिला हैं और स्कूल की मालकिन भी हैं।
स्कूल की लड़कियों ने मीडिया को बताया कि वे बीते कुछ दिनों से अपने सामाजिक विज्ञान के शिक्षक को संदेहास्पद तरीके से लड़कियों के टॉयलेट के आसपास घूमते हुए देख रहीं थीं। एक लड़की ने इसकी शिकायत अपने क्लास टीचर से भी की थी। हालांकि पुलिस ने सोशल साइंस के टीचर का लैपटॉप और मोबाइल जब्त कर लिया है। उसे फरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
हालांकि स्कूल की प्रिंसिपल ने इस बात से इंकार किया है कि उन्हें कैमरे के बारे में कोई जानकारी थी। उन्होंने कहा,”मैं पिछले 20 सालों से स्कूल की प्रधानाचार्य हूं। मेरी समाज में अच्छी छवि है। मुझे टॉयलेट में कैमरे के बारे में कोई सूचना नहीं है। वीडियो झूठे भी हो सकते हैं। कुछ भी हो, स्कूल प्रबंधन असली दोषियों को ढूंढने में पूरी मदद करेगा।”
चारों आरोपियों को आईटी एक्ट की संबंधित धाराओं में गिरफ्तार किया गया है। उन पर पॉक्सो एक्ट भी लगाया गया है। एएसपी ने पीटीआई से कहा,”प्राथमिक जांच में ऐसा पाया गया है कि प्रधानाचार्य के भाई ने लड़कियों के शौचालय में पांच—छह महीने पहले कैमरे लगाए थे। स्कूल के दो शिक्षकों को ये वीडियो मिल गए और उन्होंने इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। हालांकि वीडियो बहुत वायरल नहीं हो सके। लेकिन स्कूल प्रबंधन ने दोनों को स्कूल से बाहर कर दिया। और उसके बाद उन दोनों ने इन वीडियो को दोबारा सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया।”