छोटी उम्र में ही अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया इस बाल कलाकार ने
देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून की रहने वाली एक नन्ही प्रतिभा ने अपने दमदार अभिनय से दिग्गजों को दांतों तले उंगलियां दबाने को मजबूर कर दिया। देखने वाले इनकी प्रतिभा के गुणगान करते नहीं थकते।
जी हाँ हम बात कर रहे हैं बाल कलाकार चाहत सिंह राजावत की। देहरादून निवासी अरविंद सिंह राजावत की पुत्री चाहत अभी महज़ सात साल की हैं और इस नन्ही सी उम्र में ही उन्होंने सफलता के झंडे गाड़ दिए।
अपनी अभिनय की प्रतिभा के चलते उन्होंने इस छोटी सी उम्र में ही कई मुकाम हासिल किए हैं। यदि चाहत के अभिनय कॅरियर की ही बात की जाए तो सिर्फ 2 साल की उम्र में ही उन्होंने फिल्मी गानों पर थिरकना शुरू कर दिया था।
चाहत के पिता अरविंद सिंह राजावत बताते हैं कि वे मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले हैं किंतु पिछले काफी वर्षों से उत्तराखंड में ही रह रहे हैं। देहरादून के डिफेंस कॉलोनी निवासी अरविंद सिंह राजावत ने बताया कि अभिनय के प्रति चाहत का रुझान देखकर उन्होंने बाल कलाकार को प्रोत्साहित करना शुरू कर दिया।
चाहत के पिता अरविंद जो खुद भी थियेटर आर्टिस्ट हैं वे नन्ही उम्र में ही चाहत को अभिनय के गुर सिखाने लगे। साथ ही चाहत को कई कार्यक्रमों में प्रतिभाग करवाने लगे। फलस्वरूप लोगों के सामने चाहत की अभिनय प्रतिभा उभरकर आयी और अपने टैलेंट के बदौलत उन्होंने वाहवाही बटोरी।
चाहत ने अपनी एक्टिंग के जरिये कई वीडियो एलबम, मॉडलिंग शूट, रैंप वॉक, शार्ट मूवीज़, गढ़वाली मूवीज़ और साउथ इंडियन मूवीज समेत ज़ी टीवी पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम ‘इंडियाज़ बेस्ट ड्रामेबाज’ में भी प्रतिभाग किया और कार्यक्रम के जजों को तालियां बजाने पर विवश कर दिया।
इसके अलावा हाल ही में बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी ने एक कार्यक्रम के दौरान चाहत सिंह राजावत को मंच पर सम्मानित किया और उनके अभिनय की जमकर सराहना की। इन दिनों चाहत मुम्बई में हैं और कलर्स टीवी पर प्रसारित होने वाले शो ‘इंडियाज़ गॉट टैलेंट’ में नज़र आने वाली हैं।
उनके पिता एवं एक्टिंग गुरु अरविंद सिंह राजावत ने बताया कि इस कार्यक्रम में प्रतिभाग करने के लिए चाहत ने खूब मेहनत की है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस प्रोग्राम में वे काफी आगे तक जाएंगी और सबकुछ ठीक रहा तो वे विजेता बनकर देवभूमि लौटेंगी।
बहरहाल हमारी शुभकामनाएं चाहत सिंह राजावत के साथ हैं। वे ऐसे ही सफलता की सीढ़ियों पर चढ़ती रहें। देवभूमि उत्तराखंड की इस नन्ही प्रतिभा को “विनर टाइम्स” का सलाम।