खौफनाक मजाक ने ली तीन लोगों की जान, जानिए पूरा मामला
तिरुवनंतपुरम। फेसबुक पर रिश्तेदारों के बीच एक खौफनाक मजाक ने तीन लोगों की जान ले ली। मरने वालों में एक नवजात बच्चा भी शामिल है। एक परित्यक्त (पूर्ण रूप से त्यागा हुआ) बच्चे के संबंध में केरल पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ। केरल के कोल्लम जिले में इस साल जनवरी में जन्म के महज कुछ घंटे बाद एक नवजात बच्चा सूखे पत्तों के ढेर में मिला था। नवजात को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिसने बाद में दम तोड़ दिया।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि कोल्लम के कल्लूवथुक्कल गांव की निवासी रेशमा नवजात की माता है। महिला को जून में गिरफ्तार किया गया। जांच के दौरान रेशमा ने पूछताछ में बताया कि फेसबुक पर आनंदू नामक व्यक्ति से उसकी दोस्ती हुई और व्यक्ति के साथ रहने के लिए उसने बच्चे को मरने के लिये छोड़ दिया था। हालांकि, वह व्यक्ति से कभी मिली नहीं थी।
पुलिस के अनुसार, महिला की शादी विष्णु नामक व्यक्ति से हुई थी। महिला ने उसे या परिवार के किसी सदस्य को कभी नहीं बताया था कि वह मां बनने वाली है। महिला के फेसबुक मित्र की जांच के दौरान पुलिस ने महिला की ननद आर्या और भांजी ग्रीष्मा को पूछताछ के लिए बुलाया। पुलिस ने उन्हें इसलिए तलब किया क्योंकि रेशमा अपने कई फेसबुक अकाउंट में से एक को आर्या के नाम पर लिए गए सिम से चलाती थी।
हालांकि, इस घटना में रोचक मोड़ तब आया जब दोनों महिलाओं (आर्या और ग्रीष्मा) ने कथित रूप से नदी में कूदकर जान दे दी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाद में पुलिस ने ग्रीष्मा के एक पुरूष मित्र से पूछताछ की, जिसने खुलासा किया कि आर्या और ग्रीष्मा ने आनंदू नाम से एक फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाया था और वे रेशमा से मजाक करती थीं।
पुलिस को पता चला कि कथित रूप से आत्महत्या से पहले आर्या ने अपनी सास को इस मजाक के बारे में बताया था। आर्या के पति ने बाद में मीडिया को बताया कि वह पुलिस के शुक्रगुजार हैं, जिसने यह पता लगाया कि उसकी पत्नी ने आखिर जान क्यों दी। उसने बताया कि उसे इस मजाक के बारे में कोई भनक नहीं थी।
रेशमा की गिरफ्तारी की खबर सुनकर विदेश से लौटे उसके पति ने बताया कि अगर उसे किसी ने भी इस बारे में बताया होता तो शायद वह ऐसा होने से रोक सकता। पुलिस ने बताया कि वर्तमान में कोविड-19 से संक्रमित पाये जाने के बाद रेशमा एक पृथक-वास केंद्र में न्यायिक हिरासत में है।