CRIME NEWS: ‘बैंड बाजा बारात’ गैंग के 4 सदस्य Arrest, ऐसे करते हैं खेला
बैंड बाजा बारात गिरोह शादियों में घुसकर मेहमानों के साथ घुलमिल जाने में माहिर था। वे शादी में इस तरह शामिल होते थे जैसे उन्हें आमंत्रित किया गया हो, वे खाना खाते थे और धैर्यपूर्वक सही समय का इंतजार करते थे। मौका मिलते ही वे दूल्हा-दुल्हन के लिए रखे गए उपहार, आभूषण और नकदी से भरे बैग चुरा लेते थे।

Delhi Crime: दिल्ली और इसके आस-पास के इलाकों में महंगी शादियों में घुसकर चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले ‘बैंड, बाजा, बारात’ गिरोह का भंडाफोड़ कर पुलिस ने एक नाबालिग को हिरासत में लिया तथा गिरोह के तीन अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने बताया कि इसके साथ ही शास्त्री पार्क, स्वरूप नगर और जीटीबी एन्क्लेव में शादियों में हुई चोरी के तीन मामलों को सुलझा लिया गया। पुलिस ने बताया कि मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले का यह गिरोह शादी वाली जगहों से नकदी और आभूषण चोरी की कई घटनाओं में शामिल था।
शादी में आये मेहमानों से घुलने-मिलने में माहिर
पुलिस उपायुक्त (क्राइम) अपूर्वा गुप्ता ने बताया, “यह गिरोह शादियों में घुसकर मेहमानों के साथ घुलमिल जाने में माहिर था। वे शादी में इस तरह शामिल होते थे जैसे उन्हें आमंत्रित किया गया हो, वे खाना खाते थे और धैर्यपूर्वक सही समय का इंतजार करते थे। मौका मिलते ही वे दूल्हा-दुल्हन के लिए रखे गए उपहार, आभूषण और नकदी से भरे बैग चुरा लेते थे और फिर कार्यक्रम स्थल से गायब हो जाते थे।
उन्होंने बताया कि दिल्ली-एनसीआर में शादियों में चोरी की कई घटनाओं के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। विभिन्न विवाह स्थलों से सीसीटीवी फुटेज का गहन विश्लेषण करने और ‘बैंक्वेट हॉल’ तथा फार्महाउस पर मुखबिरों को तैनात करने के बाद पुलिस अपराधियों की पहचान करने में सफल रही।
नाबालिगों से कराते हैं चोरियां, 10-12 लाख सैलरी
गिरोह की सबसे बड़ी चाल थी कि वह नाबालिगों से चोरियां कराते थे। जांच में खुलासा हुआ कि गिरोह का सरगना गांव में रहने वाले बच्चों के माता-पिता को बहलाता-फुसलाता था और उनसे बच्चों के काम की एवज में 10 से 12 लाख रुपये सालाना देने की पेशकश करता था। इसके बाद नौ से 15 वर्ष की उम्र वाले इन बच्चों को दिल्ली लाया जाता था और उन्हें बिना किसी की नजर में आये चोरी करना सिखाया जाता था। इसके अलावा उन्हें शादी में आये मेहमानों से घुलने-मिलने, गोपनीय तरीके से काम करने और पकड़े जाने पर शांत रहना भी सिखाया जाता था।
MP के रहने वाले हैं सभी आरोपी
उपायुक्त ने बताया, “पुलिस को गिरोह की गतिविधियों के बारे में सूचना मिली थी और शास्त्री पार्क मेट्रो डिपो के पास छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया। ” उन्होंने बताया कि आरोपियों की पहचान अज्जू (24), कुलजीत (22) और कालू छायल (25) के रूप में हुई है। अधिकारी ने बताया कि ये सभी मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस ने आरोपियों के पास से 2,14,000 रुपये नकद, एक मोबाइल फोन और चांदी के कई आभूषण बरामद किए हैं।