देहरादून। छुआछूत और भेदभाव को दर्शाता एक बेहद संगीन मामला उत्तराखंड में प्रकाश में आया है। जिसमे एक दलित युवक की कुछ ऊंची जाति के दबंगों ने बुरी तरह से पिटाई कर उसे मौत के घाट उतार दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार टिहरी के नैनबाग मेंं एक शादी समारोह में एक अनुसूचित जाति के युवक को ऊंची जाति के लोगों के सामने बैठकर खाना खाना भारी पड़ा। लोगों द्वारा उस जाति विशेष के युवक को बेरहमी से पीटा गया। इसमें युवक गंभीर रूप से घायल हो गया।
रविवार को उपचार के दौरान युवक की देहरादून के एक अस्पताल में मौत हो गई। युवक की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मचा गया। परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड के टिहरी में बीते 26 अप्रैल को नैनबाग तहसील के अंतर्गत ग्राम श्रीकोट निवासी प्रदीप पुत्र कालिया दास की शादी थी। सुबह को प्रदीप की बारात श्रीकोट से जौनपुर क्षेत्र के ललोटना गई और उसी शाम बारात वापस श्रीकोट पहुंची।
रात के समय शादी की पार्टी के दौरान क्षेत्र के ऊंची जाति के कुछ लोग खाना खा रहे थे, इतने में ग्राम बसाणगांव पोस्ट श्रीकोट पट्टी इडवाल्सयु टिहरी गढ़वाल निवासी जितेंद्र 23 पुत्र स्व0 सेवक दास उन लोगों के सामने कुर्सी लगाकर खाना खाने लगा। जो उन लोगों को गवारा न हुआ। उन लोगों ने उस जाति विशेष के युवक की कुर्सी पर लात मारी जिससे जितेंद्र नीचे गिर गया और उसकी हाथ से खाने की थाली उछल कर बाकी लोगों पर गिर गई। जिससे बाकी लोगों ने भी जितेंद्र को जमकर पीटा और पीटते हुए शादी समारोह से दूर ले जाकर उसके साथ और मार पिटाई की। जिससे वह युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। जितेंद्र दास घायल अवस्था में अपने घर पहुंचा और किसी से कुछ न कहकर वो सो गया।
अगले दिन सुबह को जब उसकी हालत बिगड़ी और वह बेहोश हो गया तो परिजन उसे नैनबाग स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए, जहां उसका प्राथमिक उपचार किया गया और गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। बीते 27 अप्रैल से युवक का इलाज देहरादून महंत इंद्रेश हॉस्पिटल में चल रहा था, रविवार को उपचार के दौरान जितेंद्र दास ने दम तोड़ दिया। जिससे परिवार में कोहराम मच गया। वहीं जितेंद्र की मौत की सूचना मिलते ही गांव व अन्य क्षेत्रों से परिजन भी रोते बिलखते देहरादून पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
पुलिस के अनुसार बीते 29 अप्रैल को मृतक जितेंद्र दास की बहन कुमारी पूजा पुत्री स्व0 सेवक दास निवासी बसाण गांव ने 7 लोगों जिसमें गजेंद्र पुत्र प्रेम सिंह, सोबन पुत्र धूम सिंह, कुशल, गब्बर, गंभीर, हरबीर सिंह, हुकम सिंह (पिता का नाम मालूम नहीं) के खिलाफ नामजद तहरीर दी। पुलिस को दी तहरीर में कहा गया कि क्षेत्र के ऊंची जाति के लोगों द्वारा उस युवक के लिए जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया गया साथ ही जान से मारने की धमकी दी गई। तहरीर के आधार पर थाना कैम्पटी में 7 नामजद लोगों के खिलाफ धारा 147, 323, 504, 506 आईपीसी व एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया। मामले की विवेचना नरेंद्रनगर क्षेत्राधिकारी उत्तम सिंह कर रहे है।
बता दें कि मृतक जितेंद्र दास दूल्हे प्रदीप पुत्र कालिया दास का रिस्ते में चाचा लगता था। जितेंद्र की अभी शादी नहीं हुई थी। जितेंद्र की माता बुजुर्ग हैं, उसका 13 वर्षीय एक भाई व करीब 20 वर्षीय बहन पूजा है। परिवार के पालन पोषण की जिम्मेदारी मृतक जितेंद्र के ऊपर ही थी। वो मजदूरी कर अपने परिवार का पोषण करता था। उसकी मौत के बाद उसके परिवार पर आजीविका का संकट खड़ा हो गया है। मृतक का अपनी बहन की शादी करने का सापना अधूरा रह गया।