देहरादून के घंटाघर पर खुलेआम नशा कर रहे नशेड़ी
देहरादून। राजधानी देहरादून की पहचान कहा जाने वाला घंटाघर यहां का प्रतीक चिन्ह होने के साथ ही नगर का केन्द्र बिन्दु भी है। घंटाघर से दिनभर लाखों लोगों की भीड़ होकर गुजरती है। बावजूद इसके इस महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थल पर नशेड़ियों के द्वारा खुलेआम नशे का सेवन किया जा रहा है।
गौरतलब है कि जनपद देहरादून में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्वीटी अग्रवाल के नेतृत्व में नशा मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत दून पुलिस के द्वारा क्षेत्र में बढ़ते नशे की रोकथाम के लिए प्रयास किये जा रहे हैं किन्तु इससे इतर देहरादून के केन्द्र घंटाघर पर ही नशेड़ियों ने अपना अड्डा बनाया हुआ है। देहरादून के कोने—कोने से आकर नशेड़ी घंटाघर पर एकत्र होकर यहां धड़ल्ले से नशे का सेवन कर रहे हैं। नशेड़ी घंटाघर पर बने तिकोने पार्क के भीतर शांति व आराम से बैठकर चरस, भांग, गांजा, व्हाइटनर और शराब का सेवन करते हैं।
बताते चलें कि कोतवाली थाना क्षेत्र में स्थित घंटाघर से चंद कदम की दूरी पर ही धारा चौकी और कोतवाली है। इससे भी बढ़कर घंटाघर के बगल में ही पुलिस पिकेट मौजूद है जहां हर वक्त कोई न कोई पुलिसकर्मी मौजूद रहता है। बावजूद इसके बेखौफ होकर नशेड़ी यहां आकर खुलेआम पार्टी कर रहे हैं, जो पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा करता है।
‘विनर टाइम्स’ की टीम के कैमरे में कैद हुई तस्वीरें दून पुलिस के ‘नशा मुक्ति अभियान’ की कलई खोलने के लिए काफी है। तस्वीरें बयां कर रहीं हैं कि दून पुलिस अपने इस अभियान के प्रति कितनी सक्रिय और अलर्ट है। बहरहाल राजधानी दून में नशे का कारोबार चरम पर है।
यहां लगभग हर गली—मौहल्ले में खुलेआम नशे को परोसने और नशे को बेचने का कारोबार किया जाता है जिससे दून पुलिस अंजान है! कमोबेश देहरादून में नशे का कारोबार बदस्तूर जारी है जिस पर पुलिस की नकेल कसना फिलहाल दूर की कौड़ी ही नजर आ रही है।
प्रस्तुतिः— विनित शर्मा/ अंशुल सिंह