देहरादून की युवती ने पीएम मोदी को खून से लिखा खत, जानिए वजह
देहरादून। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा अपने भाषणों में बेटियों को पढ़ने और बचाने के लिए कहा है मगर उनकी पार्टी बीजेपी शासित उत्तराखंड में ही एक बेटी अपनी जान देने पर मजबूर है। ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ के सरकार के नारों के बीच उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में 26 साल की एक लड़की अपनी मांगों को लेकर पिछले 6 दिन से भूख हड़ताल पर बैठी हुई है।
कभी जूते पॉलिश तो कभी भीख मांग कर अपनी मांगों को मनवाने की कोशिश में लगी ये लड़की प्रधानमंत्री के बेटी बचाओ के नारों को याद दिलाते हुए बस अपने लिए न्याय मांग रही है। प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री तक किसी ने भी अभी तक इस लड़की की सुध नहीं ली तो मजबूर होकर 6 दिन से भूखी लड़की हंसा बिष्ट ने अपने शरीर से खून निकालकर देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक पत्र भेजा है।
अपनी जान को खतरे में डालकर बस प्रधानमंत्री से गुहार लगा रही है क्योंकि उत्तराखंड की सरकार ने उसकी सभी मांगों को अनसुना कर दिया है। ये लड़की एक पढ़ी लिखी बेरोजगार है और अपने लिए सिर्फ एक नौकरी की मांग पर अड़ी है। NCERT की गाइड लाइन के हिसाब से जो वर्षवार नियुक्ति होती हैं वो अब नहीं हो रही, जिसकी वजह से यहां के युवा बेरोजगार हैं।