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देहरादून के युवकों ने किया कारोबारी का अपहरण, ऐसे आये पुलिस की गिरफ्त में, जानिए पूरा मामला

देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के युवकों ने 28 लाख रुपये के लेनदेन को लेकर एक कारोबारी का अपहरण कर लिया। दिनभर उसे बंधक बनाकर एक कमरे में रखा और शाम को उसे लेकर भाग रहे थे। इसी बीच कारोबारी के भाई की सूचना पर हरकत में आई पुलिस ने सघन तलाशी अभियान शहर में शुरू कर दिया। इंदिरा चौक पर पुलिस को देखकर भाग रही कार का सीपीयू ने पीछा किया और कारोबारी को युवकों से मुक्त करा लिया।

पुलिस ने कारोबारी और हिरासत में लिए युवकों से पूछताछ शुरू कर दी। मूलरूप से शेरगढ़ महिमा नगला बरेली हाल भूतबंगला निवासी सन्नी कुमार फुलसुंगा में तकिए का कारोबार करता है। उसका कहना है कि देहरादून के कुछ युवकों से उसने कारोबार के सिलसिले में 28 लाख रुपये लिए थे और रुपये कुछ समय बाद देने की बात कही थी।

आरोप है कि बृहस्पतिवार की दोपहर इनोवा व एक अन्य कार में 12 से अधिक युवक दुकान पर आए और जबरन उसे कार में बिठा लिया। एक कमरे में ले जाकर मारपीट की और देर शाम उसे इनोवा से लेकर कहीं जा रहे थे तभी सीपीयू ने उन्हें दबोच लिया। दो कारों से कारोबारी को अगवा करने आए थे 12 युवक। कारोबारी को सुरक्षित बरामद करने और तीन आरोपियों को दबोचने के बाद पुलिस की नजर अपहरण की वारदात में शामिल रहे अन्य नौ आरोपियों पर टिक गई है।

पुलिस पूछताछ में कारोबारी ने इनोवा के साथ एक अन्य कार और जहां उसे बंधक बनाकर रखा गया था वहां का जिक्र किया है। एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने कहा कि पुलिस तीनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है और वारदात में शामिल युवकों का पता लगाने की कोशिश में है। उस मकान की भी पड़ताल की जाएगी जहां पर कारोबारी को बंधक बनाकर रखा गया था। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

मूलरूप से शेरगढ़ महिमा नगला बरेली हाल भूतबंगला निवासी सन्नी कुमार फुलसुंगा में तकिए का कारोबार करते हैं। पुलिस की पूछताछ में उन्होंने बताया कि देहरादून के कुछ युवकों से उनकी पहचान थी। ऐसे में कारोबार के सिलसिले में 28 लाख की रकम उधार ली थी और तय समय में वापस करने की बात भी कही थी। पर बृहस्पतिवार की दोपहर इनोवा व एक अन्य कार में 12 अधिक युवक दुकान पर आए और बिना कुछ सुने उसे जबरन अगवा करके आवास विकास स्थित एक कमरे में ले गए।

बंधक बनाकर बट से मारपीट भी की। देर शाम इनोवा में बैठाकर तीनों युवक भाग रहे थे, तभी सीपीयू ने उसे बचा लिया। कार से कारोबारी को बरामद करने के बाद सीपीयू सभी को आवास विकास चौक ले गई, जहां कारोबारी और कार सवारों को पुलिस के हवाले किया गया।

चौकी इंचार्ज धीरज वर्मा ने बताया कि कारोबारी और कार सवारों से पूछताछ की जा रही है। 28 लाख के लेनदेन को लेकर कारोबारी का अपहरण करने के बात सामने आ रही है। अपहरणकर्ताओं को पकड़ने वाली सीपीयू टीम में एसआई मंगल सिंह, बालम सिंह बजेली, श्यामपाल सिंह, कांस्टेबल दलीप कुमार, जितेंद्र कुमार, फिरोज खान शामिल थे।

कारोबारी को अपहरणकर्ता जब उठाकर कार में डाल रहे थे, तभी उसने किसी तरह अपने मोबाइल फोन से इसकी सूचना अपने भाई सौरभ को दे दी। सौरभ ने भी तत्परता दिखाते हुए डायल 112 को भाई के अपहरण की सूचना दी।

यातायात के सीओ बीए भंडारी ने सभी को अलर्ट किया और इंटसेप्टर को भी लगा दिया। पुलिस और सीपीयू ने घेराबंदी शुरू कर दी। डीडी चौक से भाग रही इनोवा कार संख्या यूके 07डीएम8811 को सीपीयू कर्मियों ने इंदिरा चौक से पकड़ लिया। अगर सौरभ का फोन नहीं लगता तो कारोबारी की बरामदगी तक उसकी जान सांसत में फंसी रहती।

कारोबारी सन्नी कुमार का आरोप है कि युवकों ने उसकी बलेनो कार को भी लूट लिया है। रुपये नहीं देने पर उसे अपहरण कर ले जाया जा रहा था। युवकों ने उसे कार में रास्तें में जान से मारने की भी धमकी दी थी। उसने सोशल मीडिया में पोस्ट वायरल कर अपनी जान को खतरा बताया है।

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