देवभूमि की यात्रा को लेकर अमिताभ ने किया ट्वीट
ऋषिकेश। सदी के महानायक अमिताभ बच्चन भले ही गुजरात प्रांत के ब्रांड एंबेस्डर हों। मगर उत्तराखंड से जाते-जाते वह समूचे विश्व के मानस पटल पर ऋषिकेश को लेकर अमिट छाप छोड़ गए।
ऋषिकेश का पौराणिक नाम स्कंद पुराण के केदार खंड में हृषिकेश के रूप में दर्ज है। बिग बी ने होटल आनंदा से अपनी विदाई के तीन घंटे पूर्व ट्विटर के जरिये अपने मन की जो बात कही वह उनकी इस तपोभूमि ऋषिकेश के प्रति सोच को परिलक्षित करती है।
नरेंद्रनगर का होटल आनंदा में अमिताभ बच्चन, जया बच्चन, उद्योगपति अनिल अंबानी और टीना अंबानी गुरुवार को यहां पहुंचे थे। रविवार की सायं साढ़े चार बजे अमिताभ बच्चन, जया बच्चन और अंबानी दंपती लक्ष्मणझूला के बिरला हाऊस पहुंचे। यहां उन्होंने चार घंटे बिताए और इस दौरान अधिकतर समय गंगा को ही निहारते रहे।
हालांकि 1978 में गंगा की सौगंध फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में बिग बी यहां आए थे। 39 वर्ष बाद वह पुन: इस स्थान पर पहुंचे। सोमवार को सदी के महानायक ने अपने ट्विटर पर ऋषिकेश को लेकर जो बातें लिखी, वह वास्तव में उनके शास्त्रों के प्रति अपार ज्ञान और गंगा के प्रति समर्पण का इजहार करते हैं।
अमिताभ ने मन की बात ट्विटर पर इस तरह बयां की
-पिछले कुछ दिन, नव वर्ष का स्वागत करने के लिए, हमने हृषिकेश ‘आनंदा’ में बिताए, सुंदर शांत और एक मिलनसार वातावरण रहा और आज हमारे मित्र सुधीर ने ये मुझे भेजा।
-श्रुत्वा यत् सर्वमायाभ्यो लिप्यते न हि मायया। इदं स्थानं घरं गोप्यं भवमुक्ति: करं ध्रुवम्। – हृषिकेश वर्णन, केदार खंड, स्कन्द पुराण।
-अर्थात् इस मायातीर्थ के वैभव को समझने वाले फिर कभी माया से नहीं लिपटते। यह स्थान हृषिकेश निश्चित ही परम गोपनीय मुक्तिदायक है।