नकली दवा बनाने वाली फैक्ट्री का खुलासा, 50 लाख रुपये की दवाएं बरामद
नोएडा। उत्तर प्रदेश में गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने थाना ईकोटेक- 3 क्षेत्र में चल रही नकली दवाई बनाने वाली एक कथित फैक्ट्री का मंगलवार शाम को पर्दाफाश किया। पुलिस ने इस फैक्ट्री से कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाइयों समेत अन्य औषधियां बरामद की हैं जिनकी कीमत करीब 50 लाख रुपये है। पुलिस ने बताया कि इस फैक्ट्री के मालिक को महाराष्ट्र पुलिस ने पूर्व में गिरफ्तार किया था और उससे हुई पूछताछ के आधार पर दो दिन पूर्व महाराष्ट्र पुलिस ने मेरठ में छापेमारी कर एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया था।
एक अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र पुलिस से मिली सूचना के आधार पर गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने मंगलवार की शाम को थाना ईकोटेक -3 क्षेत्र के औद्योगिक एरिया में स्थित फैक्ट्री पर छापेमारी की और यहां से भारी मात्रा में कोविड-19 के उपचार में प्रयोग होने वाली दवाएं व एंटीबायोटिक दवाइयां जब्त की।
अपर पुलिस उपायुक्त (जोन द्वितीय) अंकुर अग्रवाल ने बताया कि थाना ईकोटेक -3 क्षेत्र में चल रही फैक्ट्री पर मंगलवार की शाम को औषधि निरीक्षक, गौतमबुद्ध नगर, पुलिस व जिला प्रशासन की एक संयुक्त टीम ने छापेमारी की और मौके से भारी मात्रा में एजीथ्रोमायसिन, फेवीपीरावीर टेबलेट व एंटीबायोटिक टेबलेट जब्त किए, जिनकी कीमत करीब 50 लाख रुपये है। उन्होंने बताया कि मौके से बरामद दवाओं को परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेजा जा रहा है।
अपर उपायुक्त ने बताया कि इस फैक्ट्री का मालिक गाजियाबाद निवासी सुधीर मुखर्जी है जिसने एक माह पूर्व किराए पर जगह लेकर यह फैक्ट्री लगाई थी। उन्होंने बताया कि मुखर्जी को मुंबई पुलिस ने कुछ दिन पूर्व नकली दवाइयों के साथ पकड़ा था और पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह खरखौदा थाना क्षेत्र के धीरखेड़ा औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एबीएम लैब प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से दवाई खरीद कर बाजार में आपूर्ति करता है।
उन्होंने बताया कि रविवार को मुंबई पुलिस ने औषधि एवं खाद्य विभाग की टीम के साथ एबीएम लैब प्राइवेट लिमिटेड पर छापा मारा और वहां से लैब के मालिक संदीप मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही फैक्ट्री में बन रही दवाइयों के नमूने को लेकर उसे सील कर दिया।