फेडरर ने टूर्नामेंट में लगातार 24वीं जीत दर्ज की
नई दिल्ली। स्विट्जरलैंड के स्टार टेनिस खिलाड़ी रोजर फेडरर ने रविवार को बासेल ओपन का फाइनल जीत लिया। उन्होंने खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के एलेक्स डी मिनाएर को 6-2, 6-2 से हराया। फेडरर रिकॉर्ड 10वीं बार यहां चैम्पियन बने। उन्होंने फाइनल जीतने के साथ ही टूर्नामेंट में लगातार 24वीं और कुल 75वीं जीत दर्ज की। पिछली बार वे 2013 के फाइनल में अर्जेंटीना के जुआन मार्टिन डेल पोत्रो से हारे थे।
घरेलू मैदान पर इस जीत को फेडरर ने अविश्वसनीय बताया। मैच के बाद ट्रॉफी लेने के दौरान वे 9000 दर्शकों के सामने भावुक हो गए थे। फेडरर करियर की शुरुआत से पहले यहां पर बॉल बॉय थे। उन्होंने 103वां एटीपी टाइटल अपने नाम किया। वे अमेरिका के जिमी कोनर्स के सबसे ज्यादा 109 एटीपी टाइटल से अब सिर्फ छह खिताब पीछे हैं।
20 ग्रैंडस्लैम जीतने वाले फेडरर ने मैच जीतने के बाद कहा, ‘दो दशक पहले सेंट जेकबसेले में एक बॉल बॉय के तौर पर था। तब टेनिस में मेरी रुचि बढ़ी। बॉल बॉय होने से मैं टेनिस के प्रति प्रेरित हुआ। मुझे विश्वास नहीं था कि यहां पर 10 खिताब जीतूंगा। मैंने तो ये भी नहीं सोचा था कि एक बार भी यहां चैम्पियन बनूंगा। यह मेरे लिए अविश्वसनीय सप्ताह रहा है।’
फेडरर ने इस सीजन का चौथा खिताब जीता। इससे पहले वे दुबई, मियामी और हाले ओपन जीते थे। जीत के बाद फेडरर को एक प्रतीक चिन्ह तोहफे में मिली। इस दौरान उनका परिवार वहां मौजूद था। फेडरर ने कहा, “मैं बासेल में बहुत लुत्फ उठाता हूं। कभी-कभी किस्मत ने भी साथ दिया। मैंने इस सप्ताह की शुरुआत मजबूती से की।’
फेडरर ने एलेक्स के बारे में कहा, ‘उनका यह साल बेहतरीन रहा है। टूर्नामेंट जीतना आसान नहीं होता, लेकिन उन्होंने तीन बार इस साल ऐसा किया।’ वहीं, एलेक्स ने कहा, ‘मैं उम्मीद कर रहा था कि रोजर बीमार हो जाए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वे फिर से बहुत अच्छे थे। यह आश्चर्यजनक था। बासेल में उनके खिलाफ खेलना एक सपने की तरह था। यह मेरे लिए बेहतरीन समय रहा। आगे और भी ज्यादा मेहनत करूंगा।’