सिद्धू मूसेवाला मर्डर से जुड़े चार शूटर्स को पंजाब पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया
अमृतसर। पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला मर्डर से जुड़े चार शूटर्स को पंजाब पुलिस ने मार गिराया है। इन चार में से दो शूटर की पहचान हो गई है। इनका नाम जगरुप रूपा और मनप्रीत मन्नू है। बाकी दो इनके साथी बताए जा रहे हैं। पाकिस्तान बॉर्डर के बेहद करीब इलाके में ये एनकाउंटर चल रहा था। मूसेवाला मर्डर में शामिल ये शूटर चिचा भकना गांव में एक पुरानी हवेली में छिपे हुए थे। पुलिस ने SOG कमांडो के साथ मिलकर चारों शूटर को मार गिराया।
पूरे इलाके को पुलिस ने सील कर दिया है। एनकाउंटर खत्म हो चुका है। पुलिस ने विक्ट्री का निशान दिखाया है। हवेली में सर्च ऑपरेशन जारी है। गैंगस्टर्स के पास से AK-47, विदेशी पिस्टल और बड़ी संख्या में कारतूस व मैगजीन बरामद हुए हैं। वहीं, इस एनकाउंटर में दो पुलिसकर्मियों को गोली लगने की खबर है और वे घायल हैं।
3 शूटर चल रहे थे फरार
सिद्धू मुसेवाला (Sidhu Moosewala) मर्डर केस में तीन शूटर फरार चल रहे थे। मनप्रीत वही शूटर है, जिसने सबसे पहली गोली मूसेवाला पर चलाई थी। उसने AK-47 से मूसेवाला पर फायर किया था। सूत्रों के मुताबिक, कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बरार ने आदेश दिया था कि मनप्रीत ही सबसे पहली गोली मूसेवाला पर चलाएगा।
मनप्रीत जब पंजाब की जेल में बंद था, तब पटियाला गैंग के सदस्यों ने जेल में इसकी जूते-चप्पलों से पिटाई की थी। इस घटना का वीडियो भी इन लोगों ने वायरल कर दिया था। इसी के चलते पटियाला गैंग को सबक सिखाने और बदला लेने के लिए मनप्रीत ने गोल्डी बरार से पहली गोली चलाने की गुजारिश की थी। यही वजह है कि मनप्रीत को पहली गोली चलाने का निर्देश दिया गया था। इन दोनों के अलावा तीसरा शूटर दीपक मुंडी फरार है।
कब हुई थी मूसेवाला की हत्या?
पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moosewala) की 29 मई को सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के समय वह अपने दो दोस्तों के साथ थार गाड़ी से कहीं जा रहे थे। उसी दौरान कई विदेशी हथियारों समेत शॉट गन से मूसेवाला के ऊपर हमला हुआ था। इस हमले में मूसेवाला की मौके पर ही मौत हो गई थी। हत्याकांड के बाद जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और कनाडा में छिपे उसके साथी गोल्डी बराड़ ने एक कथित सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए सिद्धू मूसेवाला की मौत की जिम्मेदारी ली थी। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई पंजाब पुलिस के हत्थे पहले ही चढ़ चुका है, वहीं गोल्डी बराड़ कनाडा में बैठा हुआ है।