समस्त देशवासियों को ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं : डॉ. अभिनव कपूर
डॉ. अभिनव कपूर ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का जीवन युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है। भारत का आध्यात्मिकता से परिपूर्ण वेदान्त दर्शन अमेरिका और यूरोप के हर एक देश में स्वामी विवेकानन्द के कारण ही पहुंचा।
देहरादून। प्रसिद्ध जनसेवी, विख्यात शिक्षक, ज्ञान कलश सोशल वेलफेयर एंड एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष एवं शिक्षा रत्न की उपाधि से सम्मानित डॉ. अभिनव कपूर ने ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ के अवसर पर समस्त देशवासियों को विशेष तौर पर देशभर के युवाओं को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। इसके साथ ही उन्होंने स्वामी विवेकानंद की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन किया।
इस अवसर पर जारी अपने संदेश में जनसेवी डॉ. अभिनव कपूर ने कहा- “समस्त देशवासियों, विशेष तौर पर देश के युवाओं को ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं एवँ स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन।”
जनसेवी डॉ. अभिनव कपूर ने कहा कि आज देशभर में राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जा रहा है। 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ था। यह दिन देश के उन युवाओं को समर्पित किया जाता है, जो भारत के लिए एक स्वस्थ और बेहतर भविष्य को आकार देने की क्षमता रखते हैं। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी ने अपने अल्प जीवन में भी मानव सेवा का महान कार्य किया था। वे युवाओं को देश सेवा का एक मंत्र देकर गए हैं, उन्होंने सभी युवाओं को लगन से कार्य करने की सीख दी।
डॉ. अभिनव कपूर ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का जीवन युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है। भारत का आध्यात्मिकता से परिपूर्ण वेदान्त दर्शन अमेरिका और यूरोप के हर एक देश में स्वामी विवेकानन्द के कारण ही पहुंचा। उन्होंने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी, जो आज भी अपना काम कर रहा है। उन्होंने अपना जीवन देश व राष्ट्र के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने कहा कि उठो, जागो और लक्ष्य से पहले मत रूको। विवेकानंद जी का ये विचार, भारत के युवाओं का जीवन मंत्र है। भारतीय युवाओं का मंत्र स्वामी विवेकानंद से प्रेरणा लेकर अपने प्रयासों और जिम्मेदारियों के माध्यम से अमृत काल के दौरान भारत को आगे ले जाना है।
जनसेवी डॉ. अभिनव कपूर ने कहा कि भारत सरकार ने वर्ष 1984 में इस दिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में घोषित किया था। 1985 से हर साल देश 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस मना रहा है। स्वामी विवेकानंद के भाषण, उनकी शिक्षाएं और उद्धरण हमेशा युवाओं के प्रेरणा स्रोत रहे हैं।