जम्मू-कश्मीर में फिर से जारी हुआ हाईअलर्ट, पढ़िए पूरी खबर
जम्मू-कश्मीर। जम्मू-कश्मीर में लगातार गैर कश्मीरियों पर हो रहे हमले को लेकर एक और हाईअलर्ट जारी किया गया है। एक नए आतंकी संगठन ‘हरकत 313’ को लेकर खुफिया सूचनाओं के बाद कश्मीर में एक और हाई अलर्ट जारी किया गया है। बताया जा रहा है कि आतंकी जम्मू-कश्मीर में बिजली और वाटर प्लांट को निशाना बना सकते हैं। वहीं अनंतनाग में इमरजेंसी लैंड स्ट्रिप को भी निशाना बनाए जाने की आशंका है।
सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर
आला सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, एक नए आतंकवादी समूह “हरकत 313” को जल विद्युत संयंत्रों उरी-I और उरी-II सहित कई बड़े सरकारी बुनियादी ढांचे पर हमले शुरू करने का काम सौंपा गया है। खुफिया इनपुट के अनुसार, आतंकवादियों द्वारा अनंतनाग में इमरजेंसी लैंडिंग स्ट्रिप को निशाना बनाने की आशंका भी जतायी गयी है। इस इनपुट के बाद सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं।
पूरे मामले को लेकर केंद्र को एक्शन लेना चाहिए- नीतीश कुमार
वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग को लेकर कहा कि पूरे मामले को लेकर केंद्र को एक्शन लेना चाहिए। मेरी LG मनोज सिन्हा से बात हुई है। बिहार और जम्मू-कश्मीर के अधिकारी संपर्क में हैं।
इस महीने अब तक नागरिकों को निशाना बनाकर की गई गोलीबारी में 11 लोगों की हुई मौत
दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में रविवार को आतंकवादियों ने बिहार के दो मजदूरों की उनके किराए के मकान में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी और एक अन्य को घायल कर दिया। जम्मू कश्मीर में 24 घंटे से भी कम समय में गैर-स्थानीय मजदूरों पर यह तीसरा हमला है। बिहार के एक रेहड़ी-पटरी वाले और उत्तर प्रदेश के एक बढ़ई की शनिवार शाम को आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस महीने अब तक नागरिकों को निशाना बनाकर की गई गोलीबारी में 11 लोगों की मौत हो चुकी है।
स्थानीय मजदूरों को तत्काल नजदीकी सुरक्षा शिविरों में लाने का निर्देश
वहीं गैर कश्मीरियों पर हमले के बाद पुलिस ने निर्देश दिया कि गैर स्थानीय मजदूरों को ‘तत्काल’ नजदीकी सुरक्षा शिविरों में लाया जाये। सभी जिला पुलिस प्रमुखों को भेजे संदेश में पुलिस महानिरीक्षक (कश्मीर रेंज) विजय कुमार ने कहा, ‘‘ आपके न्यायाधिकार क्षेत्र में रह रहे सभी गैर स्थानीय मजदूरों को ‘तत्काल’ नजदीकी पुलिस थाने या केंद्रीय अर्धसैनिक बल या सेना के प्रतिष्ठानों में लाया जाना चाहिए।’’ घाटी के दस जिलों को दिये गये संदेश में कहा गया है, ‘‘यह मामला अति आवश्यक है।’’