भारतीय वानिकी अनुसन्धान एवं शिक्षा परिषद् में हिन्दी पखवाड़ा आयोजित
देहरादून। हिन्दी के प्रचार-प्रसार हेतु भारतीय वानिकी अनुसन्धान एवं शिक्षा परिषद् में दिनांक 14 से 28 सितम्बर 2020 तक हिन्दी पखवाड़ा आयोजित किया गया। दिनांक 28 सितम्बर 2020 को भा.वा.अ.शि.प. के समिति कक्ष में समापन समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्री अरुण सिंह रावत, महानिदेशक, भा.वा.अ.शि.प, देहरादून मुख्य अतिथि थे।
इस अवसर पर बोलते हुए ए.एस. रावत, महानिदेशक, भा.वा.अ.शि.प. ने कहा कि यद्यपि हिन्दी पखवाड़ा का समापन हो रहा है तथापि हमें यही उत्साह सम्पूर्ण वर्श के दौरान कायम रखना है। उन्होने जोर देते हुए कहा कि ’’क क्षेत्र’’ में होने के कारण राजभाशा हिन्दी के कार्यान्वयन में हमारा दायित्व केवल भारत सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति ही नहीं है बल्कि यह हमारा नैतिक दायित्व भी है कि हम हिन्दी में कार्य करें।
डॉ. सुधीर कुमार, उप महानिदेषक (विस्तार) ने स्वागत भाषण के दौरान राजभाषा हिन्दी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए हिन्दी पखवाड़ा के दौरान आयोजित प्रतियोगिताओं का विवरण देते हुए बताया कि इस वर्ष हिन्दी पखवाड़ा के दौरान 6 प्रतियोगिताएं यथा, टिप्पण लेखन, निबंध, अंग्रेजी से हिन्दी अनुवाद, वाद-विवाद, राजभाषा हिन्दी क्विज एवं स्वरचित हिन्दी काव्यपाठ आयोजित की गईं, जिनमें कुल 56 प्रतिभागियों ने अत्यंत उत्साह से भाग लिया।
उन्होने सूचित किया कि भा.वा.अ.शि.प. राजभाषा पुरस्कारों के अंतर्गत ’क’ क्षेत्र स्थित वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून को तथा ’ग’ क्षेत्र स्थित वन आनुवंशिकी एवं वृक्ष प्रजनन संस्थान, कोयम्बटूर को हिन्दी कार्यान्वयन में उत्कृष्ट कार्य के लिए वर्ष 2019-20 का राजभाषा पुरस्कार दिया जाता है। वर्ष 2019-20 के दौरान अपने शासकीय कार्यों में हिन्दी क्रियान्वयन में समग्र प्रदर्शन हेतु भा.वा.अ.शि.प. मुख्यालय के दस कार्मिकों को भा.वा.अ.शि.प. राजभाषा प्रोत्साहन पुरस्कार दिया गया।
विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं के नामों की घोषणा डॉ. ए.के. पाण्डेय, सहायक महानिदेशक (मीडिया एवं विस्तार) द्वारा की गई। कार्यक्रम का समापन डॉ. ए.के. पाण्डेय द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ। कोविड-19 महामारी के कारण समापन समारोह में केवल उच्चाधिकारी ही सम्मिलित हुए जिनमें एस. डी. शर्मा, उप महानिदेशक (अनुसंधान), डॉ. सुधीर कुमार, उप महानिदेशक (विस्तार), अनुराग भारद्वाज, निदेशक (अंतरराष्ट्रीय सहयोग) एवँ, भा.वा.अ.शि.प. उपस्थित थे। भा.वा.अ.शि.प. के सभी कार्मिकों के लिए कार्यक्रम का सजीव प्रसारण किया गया।