इस गांव का नाम बदलकर हो गया ट्रम्प गांव, पढ़िये पूरी खबर
नूंह। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के भारत आये तो हरियाणा के नूंह जिले में एक गांव के लोग भी आस लगा बैठे कि काश ट्रम्प उनके गांव में भी आ जाएं तो उनकी किस्मत बदल जाए। नूंह के मरोड़ा (अब ट्रम्प) गांव को सुलभ इंटरनेशनल सोशल सर्विस ऑर्गेनाइजेशन ने वर्ष 2017 में गोद लिया।
यहां सिर्फ 7 घरों में शौचालय थे। संस्था ने गांव का नाम बदलकर ट्रम्प रख दिया और घर-घर में 95 सुलभ शौचालय बनवाए, लेकिन इन शौचालयों में पानी है। लोग कहते हैं कि शौचालय बन गए, ट्रम्प गांव आ जाएं तो पानी भी आ जाए।
सुलभ संस्था के संस्थापक डॉ. बिंदेश्वर पाठक ने बताया कि अमेरिका दौरे के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी से जुड़े पुनीत अहलुवालिया से मुलाकात के दौरान एक गांव गोद लेने बारे में कहा। साथ ही उस गांव का नाम ट्रम्प रखने का सुझाव दिया। पुनीत अहलुवालिया ने मरोड़ा गांव का दौरा भी किया था।
लोगों को शौचालय में पानी साथ लेकर चलना पड़ता है। इस असुविधा के कारण कई बंद रहते है। गांव के साबिद आलम का कहना है कि मुझे तो यह सब एक नौटंकी लगती है। मुझे नहीं लगता कि हमारे पीएम ने हमारे गांव के बारे में भी सुना है।
ट्रम्प को कैसे पता चलेगा?’ वहीं अकील का कहना है कि इस बार, ट्रम्प को यहां आकर हमसे मिलना चाहिए और देखना चाहिए कि कैसे उसका नाम कीचड़ में खींचा जा रहा है।