करोड़ों की ज़मीन सस्ते दामों पर दिलवाने का लालच देकर दो व्यक्तियों का किया अपहरण
देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में दो व्यक्तियों का अपहरण किये जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। मामला देहरादून के कैंट थाना क्षेत्र का है। प्राप्त जानकारी के अनुसार एक करोड़ की जमीन का तीस लाख में सौदा करने के लालच में सहारनपुर के दो युवक अपने ही दोस्त की दगाबाजी से शातिर किस्म के आधा दर्जन युवकों के चंगुल में फंस गए। युवकों ने दोनों को प्रेमनगर में किराए के कमरे में 36 घंटे तक बंधक बनाकर रखा और उनके ही फोन से परिजनों को फोन कर धमकी दी कि अगर फिरौती में 25 लाख रुपये नहीं दिए, तो दोनों का कत्ल कर देंगे। अनहोनी के भय से परिजनों ने मंगलवार देर रात पुलिस को वारदात की जानकारी दी।
पुलिस ने प्लानिंग के तहत बंधक बनाए युवकों के एक दोस्त से अपहरणकर्ताओं को फोन कराया और कहलवाया कि वह पांच लाख रुपये लेकर बल्लूपुर आ रहा है। अपहरणकर्ता जब वहां मंगलवार तड़के बंधक बनाए गए युवकों को लेकर रकम उठाने पहुंचे, तो आसपास सादे कपड़ों में छिपे पुलिस कर्मियों ने दो को दबोचते हुए अपहृत युवकों को सकुशल छुड़ा लिया। आरोपितों के खिलाफ कैंट कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त एक कार को सीज कर दिया है। वारदात में शामिल अन्य आरोपितों की तलाश के लिए पुलिस टीम सहारनपुर के लिए रवाना हो गई है।
एसपी सिटी श्वेता चौबे ने पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि गुलशेर पुत्र इरफान अहमद निवासी शहीदगंज डाकखाने वाली गली सहारनपुर और तौसीफ पुत्र शरीफ निवासी भारत गैस गोदाम बेहट अड्डा सहारनपुर की सहारनपुर में ही रेडीमेड कपड़ों की दुकान है। करीब पंद्रह दिन पहले दोनों की ननौता सहारनपुर के रहने वाले खलील से मुलाकात हुई। खलील ने बताया कि देहरादून में रोड साइड की कीमती जमीन सस्ते में मिल रही है। एक सप्ताह पहले गुलशेर और तौसीफ देहरादून में जमीन देखने भी आए थे, तब दोनों को ननौता के रहने वाले सचिन अग्रवाल ने एक प्लॉट दिखाया भी था। प्लॉट पसंद आने पर दोनों सौदे के लिए तैयार हो गए।
सचिन अग्रवाल और उसके साथियों ने गुलशेर और तौसीफ से दो लाख रुपये लेकर रविवार को देहरादून आने के लिए कहा। रविवार की शाम करीब चार बजे दोनों देहरादून पहुंचे। यहां कैंट कोतवाली क्षेत्र में दोनों की मुलाकात सचिन पुत्र राजकुमार निवासी निवासी ग्राम भाऊजी थाना ननौता सहारनपुर, नवाब निवासी बस अड्डा बारी थाना ननौता, जफर पुत्र रिजवाल निवासी मोहल्ला शेखगान ननौता व मोहित पुत्र शिवदास गुप्ता निवासी 171 वसंत विहार व दो अन्य युवकों से हुई। जमीन के सौदेबाजी की बात चली तो सचिन और अन्य ने पूछा कि वह कितनी रकम लेकर आए हैं। बताया कि उनके पास इस समय बमुश्किल 25-30 हजार रुपये ही होंगे।
इस पर सचिन और उसके साथी भड़क गए, धमकी दी कि जब दो लाख रुपये लेकर आने को कहा गया था तो वह क्यों नहीं लेकर आए। लिहाजा सचिन और उसके साथियों ने दोनों को बंधक बना लिया। रविवार की रात दोनों को सुद्धोवाला में और सोमवार को चकराता रोड पर पंडितवाड़ी चौकी के सामने किराए के कमरों में बंद रखा और लोहे की रॉड और डंडों से जमकर धुनाई भी की। सचिन व उसके दोस्तों ने धमकी दी कि अब उन्हें फिरौती के 25 लाख रुपये नहीं मिले तो दोनों को जान से हाथ धोना पड़ेगा।
गुलशेर और तौसीफ ने कहा कि उनके पास इतनी बड़ी रकम नहीं है तो सचिन ने गुलशेर का फोन लेकर उसके घर वालों से बात की और कहा कि मंगलवार शाम तक 25 लाख रुपये नहीं मिले तो अंजाम भुगतने को तैयार रहें। परिवारों ने जब तुरंत इतनी बड़ी रकम का इंतजाम हो पाने से इंकार किया तो अपहरणकर्ता पांच लाख रुपये की फिरौती लेने पर राजी हो गए।
एसपी सिटी ने बताया कि फिरौती की रकम फाइनल होने के बाद गुलशेर और तौसीफ का साझा दोस्त एजाज सहारनपुर से सोमवार की देर रात देहरादून पहुंचा। यहां उसने गुपचुप तरीके से कैंट पुलिस को सूचना दी। आनन-फानन में कैंट पुलिस की टीम गठित की गई। अपहरणकर्ताओं को उन्हीं की चाल से जाल में फंसाने का प्लान तैयार किया गया। प्लान के तहत एजाज ने अपहरणकर्ताओं को फोन कर कहा कि वह रकम लेकर आइएसबीटी पर है। मंगलवार की भोर में अपहरणकर्ताओं का फोन आया कि वह बल्लपुर फ्लाइओवर के पास आए। तड़के करीब चार बजे एजाज बल्लूपुर फ्लाईओवर के पास काले रंग का एक बैग लेकर खड़ा हो गया।
इसी बीच एक सैंट्रो कार से युवक एजाज की रेकी करने पहुंचे। सबकुछ ओके होने का सिग्नल मिलने पर ब्रीजा कार सवार दो अपहरणकर्ता गुलशेर और तौसीफ को लेकर बल्लूपुर पहुंचे। यहां गाड़ी से उतरा एक युवक एजाज के हाथ से बैग छीन कर दोबारा कार में बैठा और गुलशेर और तौसीफ को गाड़ी से धक्का देकर नीचे गिराया और भागने लगे, लेकिन इस बीच सादे कपड़ों में आसपास छिपे पुलिस कर्मियों ने कार सवार अपहरणकर्ताओं को घेराबंदी कर दबोच लिया। पकड़े गए अपहरणकर्ताओं की पहचान जफर व मोहित के रूप में हुई है। सचिन, नवाब व अन्य आरोपितों की तलाश के लिए टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। वहीं, पंजाब नंबर की सेंट्रो कार की भी तलाश की जा रही है।
एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि अपहरण की वारदात में शामिल दो आरोपितों को गिरफ्तार करते हुए अपहृत युवकों को सकुशल छुड़ा लिया गया। अन्य आरोपितों की तलाश की जा रही है। इसमें कैंट पुलिस की भूमिका बेहद सराहनीय रही। वहीं, गुलशेर और तौसीफ के बारे में आगे विवेचना में यदि कोई अवांछनीय गतिविधि की जानकारी मिलती है तो इन दोनों के खिलाफ भी विधिक कार्रवाई की जाएगी।