मकान पर आकाशीय बिजली गिरने से बुरी तरह झुलसे मामा-भांजे
देहरादून। बचपन मे अक्सर बुजुर्गों से सुना करते थे कि जब आसमान में बादल गरजें और जोरों से बिजली कड़के तो मामा और भांजे को एक साथ एक कमरे में नहीं बैठना चाहिए। प्राचीन कथाओं के अनुसार ऐसा होने की दशा में उस स्थान पर बिजली गिर जाती है। इस किवदंती को सुनकर सभी इसे हलके में लेकर उपहास करते नज़र आते थे, मगर अब ऐसी ही एक घटना हक़ीक़त में सामने आयी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के बागेश्वर में बांसतोली गांव में बुधवार की देर शाम एक मकान पर आकाशीय बिजली गिर गई। इस दौरान आकाशीय बिजली की चपेट में आकर मामा-भांजे बुरी तरह से झुलस गए। परिजन दोनों को घायल अवस्था में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कांडा ले गए। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया है। भांजे की हालत गंभीर बताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार, संतोष कुमार पुत्र स्वर्गीय मोहन राम और पिथौरागढ़ जिले के बेड़ीनाग निवासी भांजा राहुल (10) कमरे में बैठे थे। बुधवार की शाम चार बजे तेज बारिश हो रही थी। इसी बीच आकाशीय बिजली संतोष के मकान पर गिर गई। इससे मकान तो क्षति ग्रस्त हुआ ही, साथ ही घर के अंदर बैठे संतोष और राहुल भी आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए। संतोष के हाथ पर आकाशीय बिजली गिरी, जिसके बाद वह तकरीबन 20 मिनट तक बेहोश रहा। जबकि उसके भांजे राहुल का पैर भी झुलस गया।
घटना की जानकारी तुरंत प्रशासन को दी गई लेकिन शाम सात बजे तक कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। आनन-फानन में 108 एंबुलेंस के माध्यम से दोनों घायलों को सीएचसी कांडा लाया गया सीएचसी के प्रभारी चिकित्सक डा. हरीश पोखरिया ने बताया कि दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया है।
बहरहाल ‘विनर टाइम्स’ इस प्रकार की प्राचीन कथाओं व कहावतों की पुष्टि नहीं करता कि “मामा और भांजे के एक साथ कमरे में बैठने पर बिजली आ गिरेगी” लेकिन बिजली कड़कते वक़्त सावधानी बरतने की जरूर आवश्यकता है। ऐसे में हो सके तो घर के सभी विद्युत के स्विच ऑफ करके प्लग्स व कनेक्शन निकाल दिए जाएं तो बिजली गिरने पर विद्युत उपकरण फुंकने से बच सकते हैं।