कांग्रेस को छोड़कर आये मनीष खंडूरी ने थामा भाजपा का दामन
मनीष खंडूरी ने कहा कि जिस पार्टी को छोड़कर आया हूं, वहां भी अच्छे लोग हैं। उन्होंने हरीश रावत, प्रीतम सिंह, यशपाल आर्य, करण माहरा, रंजीत रावत के नाम लिए। कहा, लेकिन मैंने इस यात्रा में एक चीज सीखी है कि इस देश को और उत्तराखंड को कोई आगे बढ़ा सकता है तो वह भाजपा है।
देहरादून। कांग्रेस की सदस्यता से त्यागपत्र देने के बाद गढ़वाल लोकसभा सीट से प्रत्याशी रहे मनीष खंडूरी शनिवार को भाजपा में शामिल हो गए। पूर्व सीएम मेजर जनरल बीसी खंडूरी (सेनि) के बेटे मनीष को भाजपा के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिलाई गई।
भाजपा में शामिल होने के बाद मनीष ने कहा, वह निजी स्वार्थ की वजह से भाजपा में नहीं आए। न तो उन्हें किसी पद की चाहत है न ही टिकट की। कहा, मैंने अभी तक की राजनीतिक यात्रा में यह सीखा है कि इस देश और प्रदेश को कोई आगे ले जा सकता है तो वह भाजपा का मंच और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मनीष खंडूरी को शुभकामनाएं दीं।
भाजपा महानगर कार्यालय में हुए कार्यक्रम में मनीष खंडूरी ने कहा, वह निजी स्वार्थ के लिए राजनीति में नहीं आए। राजनीति में इसलिए आया कि मैं देश और उत्तराखंड के लिए कुछ करना चाहता हूं। मेरे सामने पिताजी का उदाहरण था। उनसे प्रेरित होकर में राजनीति में आया। गढ़वाल लोस सीट से चुनाव हारने के बाद मैं पूरे क्षेत्र में सक्रिय रहा। गांव-गांव गया, चप्पा-चप्पा छाना।