नारी का अपमान करने वालों को सत्ता में रहने का अधिकार नहीं : आज़ाद अली
देहरादून। भरतीय जनता पार्टी की सरकार हर मोर्चे पर फेल साबित हो रही है, चाहे केंद्र हो या राज्य जहाँ भी भाजपा की सरकार है वहाँ जनता त्रस्त है और भाजपा के जुल्मों-सितम की शिकार है। ये कहना है उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश सचिव आज़ाद अली का।
मीडिया को जारी अपने एक बयान में आज़ाद अली ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में तानाशाही और अत्याचार की सारी हदें पार कर दी। रामराज का बखान करने वाली भाजपा के राज में अपने अधिकार की बात करने वाले लोगों पर ही लाठियां बरसाकर उनकी आवाज़ को दबाया जा रहा है। इसकी बानगी हाल ही में यूपी के बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में देखने को मिली जहां खुदपर हो रहे जुल्मों के खिलाफ आवाज़ उठाने वाली छात्राओं पर सीएम योगी के आदेश पर पुलिस ने लाठियां भांजी और अभद्रता की।
आज़ाद अली ने कहा कि इस घटना से भाजपा का असली चरित्र और चेहरा खुलकर देश के सामने आ गया है। साफ जाहिर हो रहा है कि वो जनता की कितनी बड़ी हितैषी है।आज़ाद अली ने कहा कि महिलाओं के हक़ की बात करने वाली भाजपा के राज में ही महिलाओं की आवाज़ को दबाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इनदिनों देश में नवरात्रि का पावन पर्व मनाया जा रहा है। माँ दुर्गा का प्रतीक माने जाने वाली भोलीभाली युवतियों पर नवरात्र के दिनों में अत्याचार कर भाजपा ने पूरी नारी जाति का अपमान किया है और नारीशक्ति के स्वभिमान को ललकारा है।
उन्होंने कहा कि अपने इस कुकृत्य के लिये योगी आदित्यनाथ और नरेंद्र मोदी को देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बीएचयू कैंपस और उसके बाहर का इलाका बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। वहाँ की छात्राओं ने जो बताया वो लिखा और बताया भी नहीं जा सकता है। वो शायद बोल भी नहीं पाती अगर पानी उनके सिर के ऊपर से न निकल जाता है।
आज़ाद अली ने कहा कि इतना कुछ हो जाने के बावजूद भी मोदी और योगी इतने समय तक मौन क्यों हैं। ये सच है कि बीएचयू का माहौल लड़कियों के लिए सुरक्षित नहीं है। अगर शाम 6 बजे के बाद लड़कियां बाहर जाती हैं और कोई दिक्कत होती है, तो लड़की को ताना दिया जाता है। प्राक्टर और वार्डन भी छात्राओं को सहयोग नहीं करते। मनचले युवतियों के साथ सरेआम छेड़छाड़ करते रहे और यूपी पुलिस मूकदर्शक बन तमाशा देखती रही है लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।
उन्होंने मुख्यमंत्री योगी के कार्यकाल पर सवाल उठाते हुए कहा कि कहाँ गयी योगी की ‘एन्टी रोमियो स्कवार्ड’ जिसके लिये दावे किये जाते थे कि वो महिलाओं की रक्षा के लिए बनी है। उन्होंने कहा कि खुलेआम लड़कियों के साथ छेड़छाड़ और अश्लील हरकतें होती हैं और विरोध करने पर भाजपा सरकार द्वारा उन्हें इंसाफ के बदले लाठियां मिलती हैं।
आज़ाद अली ने बीजेपी की सरकार से सवाल किया कि क्या मासूम युवतियों पर लठ बरसाते हुए उसका मन जरा भी नहीं पसीजा, क्या भाजपाइयों के घरों में बहन-बेटियां नहीँ हैं? या उनकी आत्मा बिल्कुल ही मर चुकी हैं। उन्होंने पूर्व में गोरखपुर के अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से हुई बच्चों की मौत का ज़िक्र करते हुए कहा कि सीएम योगी और मोदी जी का हृदय पत्थर का हो चुका है शायद जो बच्चों की मौत पर नहीं पिंघले वो भला छात्राओं पर हो रहे अत्याचार पर अपनी चुप्पी क्यों तोड़ेंगे।
आज़ाद अली ने खुलकर कहा कि मोदी जी देश की जनता सब देख रही है अगर अभी भी आपने कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो बहुत देर हो जाएगी। आपको अगर अपनी बची-खुची साख को बरकरार रखना है तो तुरंत योगी आदित्यनाथ से इस्तीफा मांगे और देश हित में कार्य करें जैसा आपने चुनाव से पहले जनता से वायदा किया था।