नहीं रहे खय्याम, 92 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा
मुंबई। बॉलीवुड के मशहूर संगीतकार खय्याम का सोमवार को मुंबई के सुजॉय अस्पताल में निधन हो गया। उनकी मौत की वजह कार्डिएक अरेस्ट बताई जा रही है। खय्याम 92 साल के थे। उन्हें तबीयत खराब होने के चलते कुछ दिन पहले अस्पताल लाया गया था। 16 अगस्त को उनके आईसीयू में होने और हालत नाजुक होने की रिपोर्ट्स सामने आई थीं।
जानकारी के अनुसार वह गंभीर लंग इंफेक्शन से भी जूझ रहे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रात करीब 9:30 बजे उन्हें कार्डिएक अरेस्ट आया। डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके। लंग इंफेक्शन व ज्यादा उम्र के चलते उनका शरीर काफी कमजोर हो चुका था। वह 21 दिन से अस्पताल में भर्ती थे।
खय्याम के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रद्धांजलि दी और दुख व्यक्त किया। ‘सुप्रसिद्ध संगीतकार खय्याम साहब के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उन्होंने अपनी यादगार धुनों से अनगिनत गीतों को अमर बना दिया। उनके अप्रतिम योगदान के लिए फिल्म और कला जगत हमेशा उनका ऋणी रहेगा। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके चाहने वालों के साथ हैं।’
लता मंगेशकर ने भी महान संगीतकार के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट कर अपनी भावनाएं जाहिर की और संगीतकार को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘महान संगीतकार और बहुत ही नेक दिल इंसान खय्याम साहब आज हमारे बीच नहीं रहे। यह सुनकर मुझे इतना दुख हुआ है जो मैं बयां नहीं कर सकती। खय्याम साहब के साथ संगीत के एक युक का अंत हुआ है। मैं उनको विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं’।
खय्याम ने कई हिट फिल्मों जैसे ‘कभी-कभी’ और ‘उमराव जान’ के लिए म्यूजिक कंपोज किया था। इन मूवीज के गाने एवरग्रीन माने जाते हैं। मोहम्मद जहुर ‘खय्याम’ हाशमी ने संगीत की दुनिया में अपना सफर 17 साल की उम्र में लुधियाना से शुरू किया था। उन्हें अपने करियर का पहला मेजर ब्रेक ब्लॉकबस्टर मूवी ‘उमराव जान’ से मिला था, जिसके गाने आज भी इंडस्ट्री में और लोगों के दिलों में जगह बनाए हुए हैं।
खय्याम को इस फिल्म के बेहतरीन संगीत के लिए नैशनल अवॉर्ड व फिल्मफेयर अवॉर्ड के साथ ही कई पुरस्कारों से नवाजा गया था। संगीतकार खय्याम के नॉन-फिल्मी गानों को भी फैन्स काफी पसंद करते हैं, खासतौर पर ‘पांव पड़ूं तोरे श्याम’, ‘बृज में लौट चलो’ और ‘गजब किया तेरे वादे पर ऐतबार किया’। उन्होंने मीना कुमारी की ऐल्बम, जिसमें ऐक्ट्रेस ने कविताएं गाई थीं, उसके लिए भी म्यूजिक कंपोज किया था।