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उत्तराखंड में रही प्राकृतिक आपदाओं से लाखों लोगों का जीवन हुआ प्रभावित : डॉ. अभिनव कपूर

जनसेवी डॉ. अभिनव कपूर ने उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी वर्षा को लेकर सभी लोगों से सावधान रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में भारी बारिश का सिलसिला निरन्तर जारी है। ऐसे हालातों में सभी को एहतियात बरतने की आवश्यकता है।

देहरादून। उत्तराखंड में इन दिनों भारी बरसात का सिलसिला जारी है। प्रदेशभर में भारी वर्षा को लेकर एक मौसम विभाग ने एक बार फिर से अलर्ट जारी किया है। वहीं भारी बारिश के अलर्ट के चलते  प्रदेश के सभी निजी व सरकारी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद करने का शासन आदेश भी जारी कर दिया गया।

देवभूमि में बिगड़े मौसम की वजह से उत्पन्न हुए हालातों पर प्रसिद्ध जनसेवी, विख्यात शिक्षक, ज्ञान कलश सोशल वेलफेयर एंड एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष एवं शिक्षा रत्न की उपाधि से सम्मानित डॉ. अभिनव कपूर ने एक बार फिर से चिंता व्यक्त की है।

जनसेवी डॉ. अभिनव कपूर ने उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी वर्षा को लेकर सभी लोगों से सावधान रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में भारी बारिश का सिलसिला निरन्तर जारी है। ऐसे हालातों में सभी को एहतियात बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पहाड़ों में बारिश की वजह से जगह-जगह पहाड़ दरक रहे हैं और भूस्खलन की वजह से भारी मात्रा में मलबा सड़कों पर आ रहा है।

प्रदेशभर में भारी वर्षा के कारण हो रहे हादसों एवं अप्रिय घटनाओं पर अफसोस जताते हुए जनसेवी डॉ. अभिनव कपूर ने कहा कि बिगड़े मौसम की वजह से उत्तराखंड में जगह-जगह जलभराव, बाढ़ और हादसों की खबरें सामने आ रही हैं। वाकई ये स्थिति बेहद दुःखद और भयावय है। प्रदेश में जगह-जगह आ रही प्राकृतिक आपदाओं की वजह से लाखों लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि आपदा पीड़ित लोगों को तत्काल राहत मुहैया करवाने के लिए राज्य सरकार सभी प्रयास कर रही है किन्तु लोगों को भी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए सावधान रहने की आवश्यकता है।

डॉ. अभिनव कपूर ने उत्तराखंड आने वाले सभी पर्यटकों से निवेदन करते हुए कहा कि खराब मौसम और भारी वर्षा के मद्देनजर फिलहाल पहाड़ों की यात्रा स्थगित कर दें। राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा पर गये हुए पर्यटक व तीर्थ यात्री भारी वर्षा के दौरान वाहन ना चलायें। अत्यधिक वर्षा एवं पहाड़ दरकने की स्थिति में सुरक्षित स्थानों पर ठहर जाएं। साथ ही तेज बहाव वाली नदियों के रपटों में वाहन को प्रवेश कराने से बचें। ध्यान रहे, ऐसी परिस्थिति में अहतियात बरतकर स्वयं का एवं अपने साथ अन्य लोगों का भी जीवन बचाया जा सकता है।

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