निर्भया के दोषी मुकेश का सनसनीखेज आरोप, जेल में जबरन करवाया गया सेक्स
नई दिल्ली। निर्भया गैंगरेप में दोषी मुकेश ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान एक सनसनीखेज आरोप लगाया है। उसका कहना है कि तिहाड़ जेल में उससे जबरन सेक्स करवाया गया, वह भी केस के अन्य दोषी के साथ। बता दें कि मुकेश ने 1 फरवरी वाले डेथ वॉरंट को टालने और राष्ट्रपति द्वारा दया याचिका खारिज होने के विरोध में गुहार लगाई थी। कोर्ट में उसी पर सुनवाई चल रही थी।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मुकेश की वकील अंजना प्रकाश ने अपनी दलील में दावा किया कि मुकेश को निर्भया केस के एक अन्य दोषी अक्षय के साथ संबंध बनाने को मजबूर किया गया। दोषियों की वकील अंजना ने यह भी आरोप लगाया कि जेल में आने के बाद उन्हें कई बार पीटा भी गया। बता दें कि राष्ट्रपति ने मुकेश की दया याचिका खारिज कर दी है और वह फांसी से बचने के लिए तरह-तरह के दांव खेल रहा है। हो सकता है कि शीर्ष अदालत में दी गई यह दलील भी देरी का हिस्सा हो सकती है।
बता दें कि निर्भया केस में 6 लोग दोषी थे। इसमें से एक राम सिंह ने जेल में सूइसाइड कर लिया था। एक अन्य नाबालिग अपनी सजा काटकर बाहर आ चुका है। वहीं चार को फांसी की सजा मिली है। इसमें पवन गुप्ता, मुकेश सिंह, विनय शर्मा और अक्षय ठाकुर शामिल हैं। निर्भया के दोषियों को पहले 22 जनवरी को फांसी होनी थी। लेकिन दया याचिका की वजह से मामला अटक गया था। अब दोषियों को फांसी देने के लिए 1 फरवरी की डेट दी गई है।
मुकेश की ओर से पेश वकील अंजना प्रकाश ने मंगलवार को दया याचिका खारिज होने के खिलाफ दलीलें रखीं। उन्होंने कहा कि मौत के मामले की उनको संविधान के तहत समीक्षा का अधिकार है। मुकेश के वकील ने कहा कि गवर्नर और राष्ट्रपति दया याचिका के मामले में अपने विवेक का इस्तेमाल नहीं करते हैं। अंजना प्रकाश ने सुप्रीम कोर्ट के पुराने फैसले का हवाला देते हुए कहा, ‘मानवीय फैसलों में चूक हो सकती है। जीवन और व्यक्तिगत आजादी से जुड़े मसलों को गौर से देखने की जरूरत है। उन्होंने कहा- ‘माफी का अधिकार किसी की व्यक्तिगत कृपा न होकर, संविधान के तहत दोषी को मिला अधिकार है। राष्ट्रपति को मिले माफी के अधिकार का बहुत जिम्मेदारी से पालन जरूरी है।’