उत्तर कोरियाई मिसाइल का पता लगाएंगे तीन देश
सियोल। उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रमों को लेकर बढ़े क्षेत्रीय तनाव के बीच दक्षिण कोरिया, जापान और अमेरिका ने ‘संयुक्त मिसाइल खोज अभ्यास’ शुरू किया है। इसके तहत तीनों देश एकजुट हो मिसाइलों को ट्रैक कर पता लगाएंगे। यह बात सियोल के संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ ने सोमवार को बताया।
28 नवंबर को प्योंगयांग द्वारा अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आइसीबीएम) की फायरिंग के बाद कोरियाई प्रायद्वीप में दो दिनों के लिए ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें प्योंगयांग ने दावा किया था यह मिसाइल अमेरिका के किसी भी स्थान को निशाना बना सकती है।
ईफे न्यूज के अनुसार, उत्तर कोरियाई मिसाइलों का पता लगाने और जानकारी साझा करने के लिए तीन देश अपनी-अपनी क्षमता की जांच कर रहे हैं। इस ड्रिल में एजिस रडार सिस्टम से सुसज्जित कई विध्वंस शामिल होंगे। इस ड्रिल में ऐगिस रडार सिस्टम समेत अनेकों विध्वंसक हथियार लगे होंगे।
यह 2016 के बाद छठा त्रिपक्षीय सुरक्षा अभ्यास है। प्योंगयांग ने दावा किया कि नवीनतम ICBM, ह्वासोंग -15 अब तक का सबसे शक्तिशाली मिसाइल है।