कोरोना के चलते दिल्ली के सभी प्राइवेट दफ्तरों को बंद करने का आदेश
नई दिल्ली। कोरोना के बढ़ते खतरे की वजह से दिल्ली में सभी प्राइवेट दफ्तर बंद करने के आदेश दे दिए गए हैं। दिल्ली में अब सिर्फ इमरजेंसी सेवा से जुड़े प्राइवेट दफ्तर ही खुलेंगे। बाकी सबको वर्क फ्रॉम होम करना होगा। दिल्ली में कोरोना का पॉजिटिविटी रेट बढ़ कर 25 फीसदी हो गया है। इसलिए दिल्ली सरकार को ये बड़ा फैसला लेना पड़ा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज दोपहर साढ़े 12 बजे LNJP अस्पताल जाएंगे और अस्पताल की तैयारियों का जायजा लेंगे।
दिल्ली में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 19,166 नए मामले सामने आए, 14,076 रिकवरी हुई और कोरोना से 17 लोगों की मौत हुई। दिल्ली में कोविड-19 संक्रमण दर बढ़कर (पॉजिटिविटी रेट) 25 प्रतिशत जबकि मृत्यु दर 1.60 प्रतिशत है। बीते 24 घंटे में दिल्ली में 19166 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए, ये आंकड़ा रविवार से कम है और इसकी वजह ये है कि कल की तुलना में 20008 टेस्ट कम किए गए, इसलिए 3585 केस कम दिख रहा है। जबकि पॉजिटिविटी रेट देखें तो रविवार से ज्यादा हैं। रविवार के हेल्थ बुलेटिन में पॉजिटिविटी रेट 23.53% था जो सोमवार को बढ़कर 25 प्रतिशत हो गया है।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में कोरोना के अभी 65,806 सक्रिय मामले हैं। वहीं दिल्ली में कोरोना के अबतक कुल 15,68,896 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं दिल्ली में अबतक कुल 14,77,913 लोग कोरोना को मात देकर ठीक हो चुके हैं। दिल्ली में कोरोना से मौत के आंकड़ों की बात करें तो अबतक कुल 25,177 लोगों की मौत हो चुकी है।
इस बीच दिल्ली सरकार ने कोरोना से जान गंवाने वालों की डेथ ऑडिट रिपोर्ट जारी की है। इसमें कई ऐसी चीजों पर गौर किया गया है जो इस संक्रमण के खतरे की जानकारी देता है। रिपोर्ट के मुताबिक, 5-9 जनवरी के बीच 46 लोगों की कोरोना से मौत हुई है। दिल्ली सरकार की रिपोर्ट बताती है कि इसमें से सिर्फ 11 लोगों को ही कोरोना का टीका लगा था। यानी 35 लोगों को कोरोना वैक्सीन नहीं लगी थी। इसके अलावा मरने वालों में ज्यादातर बुजुर्ग भी शामिल हैं। मरने वाले 46 लोगों में 25 लोगों की उम्र 60 साल से ज्यादा थी। बता दें, इस दौरान 28 पुरुष और 18 महिलाओं की कोरोना से मौत हुई है। साथ ही इसमें से 50 प्रतिशत यानी 23 लोगों की मौत कोरोना के तुरंत बाद हुई है।