पीएम मोदी ने यूएस-इंडिया स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप फोरम को किया संबोधित, कही ये बात
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूएस-इंडिया स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप फोरम (USISPF) के तीसरे वार्षिक नेतृत्व शिखर सम्मेलन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि कहा कि भारत दुनिया में निवेश के लिये सबसे बेहतर स्थान है। यहां राजनीतिक स्थिरता के साथ नीतिगत मामले में एक भरोसा है और ये चीजें कोविड-19 महामारी के बाद भारत को निवेश के लिहाज से सबसे बेहतर स्थल बनाती हैं।
पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेन्सिंग के जरिये अमेरिका-भारत रणनीतिक भागीदारी मंच को संबोधित करते हुए अपनी सरकार की तरफ से सुधारों की दिशा में उठाये गये कदमों का जिक्र किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत एक मजबूत लोकतांत्रिक और विविधता वाला देश है और इसमें हाल के महीनों में दूरगामी सुधार किये गये हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा परिस्थिति में नयी सोच की जरूरत है जो मानव-केंद्रित हो। भारत ने कोविड-19 महामारी से निपटने के लिये रिकॉर्ड समय में अपनी स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार कर यही काम किया है। पीएम मोदी ने यह भी कहा है कि ग्लोबल सप्लाई चेन सिर्फ लागत पर आधारित नहीं होनी चाहिए बल्कि भरोसे पर आधारित होनी चाहिए। इस तरह उन्होंने इशारों-इशारों में चीन पर हमला बोलते हुए दुनिया को उससे आगाह किया।
‘1.3 अरब भारतीय आत्मनिर्भर भारत के मिशन में जुटे हैं’
पीएम मोदी ने कहा कि 1.3 अरब भारतीय आत्मनिर्भर भारत के मिशन में जुटे हैं। आत्मनिर्भर भारत का उद्देश्य भारत को ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में विकसित करना है। आगे का रास्ता पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर में अवसरों से भरा पड़ा है। इसमें कोर इकनॉनमिक सेक्टर और सोशल सेक्टर भी शामिल है। हाल ही में रेलवे, डिफेंस, स्पेस और अटॉमिक एनर्जी के क्षेत्र को खोला गया है। हमारे लेबर रिफॉर्म्स एम्प्लयॉर के ऊपर से कंप्लायंस का बोझ हटाएंगे और कर्मचारियों को सोशल सिक्यॉरिटी की सुविधा भी देंगे। 2019 में भारत में FDI 20 फीसदी बढ़ा, ऐसा ऐसे वक्त में हुआ जब दुनिया में इसमें फीसदी की गिरावट देखी गई है। यह हमारी FDI स्कीम की सफलता को दिखाता है।
किसी ने नहीं सोचा था कि महामारी आएगी: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि जब 2020 शुरू हो रहा था तो किसी ने सोचा नहीं था कि ऐसी महामारी आएगी। जनवरी में हमारे पास कोरोना का 1 टेस्टिंग लैब था, अभी देशभर में 1600 टेस्टिंग लैब हैं, हमारे यहां डेथ रेट दुनियाभर के मुकाबले काफी कम है।
PPE किट बनाने में भारत दूसरे नंबर पर: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में कोरोना की रिकवरी रेट भी लगातार तेजी से बढ़ रही है। हमारी बिजनस कम्युनिटी भी अच्छा काम कर रही है। हम अभी दुनिया के दूसरे सबसे बड़े पीपीई किट के निर्माता हैं। पिछले कुछ महीनों में भारत ने कोरोना के अलावा 2-2 चक्रवात, बाढ़ और टिड्डियों का हमला भी झेला है। भारत में 80 करोड़ लोगों को फ्री में अनाज दिया जा रहा है। फ्री कुकिंग गैस 80 मिलियन लोगों को दिया जा रहा है।
80 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त अनाज उपलब्ध कराया गया
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत सामाजिक दूरी के बारे में अभियान शुरू करने और सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों के रूप में मास्क लगाकर चेहरे को ढंकने की सबसे पहले वकालत करने वाले देशों में से एक था। मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने कारोबार को आसान बनाने और लालफीताशाही को कम करने के लिए दूरगामी सुधार किये हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी को देखते हुए उनकी सरकार ने गरीबों की सहायता के लिये दुनिया का सबसे बड़ा कार्यक्रम-प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की शुरूआत की। इसके तहत 80 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त अनाज उपलब्ध कराया गया है।
विदेशी निवेशकों के लिए कहा, आइए हमारे हमराह बनिए
भारत को विदेशी निवेश के लिए सबसे आकर्षक जगह बताते हुए उन्होंने अपील की कि आइए हमारे हमराह बनिए। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘भारत ऐसी जगह है जहां ये सारे गुण हैं। भारत विदेशी निवेश के लिए आकर्षक जगह बनकर उभरा है। अमेरिका से लेकर खाड़ी देशों तक तमाम देश हम पर विश्वास कर रहे हैं। ऐमजॉन, गूगल जैसी कंपनियां भारत के लिए दीर्घकालिक नीतियों का ऐलान कर रही हैं।’ इस दौरान उन्होंने जीएसटी और श्रम सुधारों की भी तारीफ की।
चीन से जारी तनाव के बीच पीएम मोदी के संबोधन पर कई देशों की निगाहें
बता दें कि, यूएसआईएसपीएफ का तीसरा एनुअल लीडरशिप समिट 31 अगस्त से शुरू हुआ है। पांच दिवसीय शिखर सम्मेलन का थीम ‘यूएस-इंडिया नेविगेटिंग न्यू चैलेंजेस’ है। इस वर्चुअल समिट में केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी भी हिस्सा ले रहे हैं। इस थीम में कई विषयों को शामिल किया गया है। इस वक्त दुनिया कोरोना के संकट से गुजर रही है, साथ ही भारत के सामने चीन की भी चुनौती है। ऐसे में पीएम मोदी के संबोधन पर कई देशों की नजर बनी हुई है। चीन ने भारत पर अमेरिका के झांसे में आने का आरोप लगाया है तो अमेरिका चीन की इस चुनौती के मसले पर भारत के साथ खड़ा है।