पुलिस ने पकड़ी नशे की दवाओं की खेप, 68 हजार प्रतिबंधित कैप्सूल व गोलियां बरामद
क्षेत्र में नशीले पदार्थों की बिक्री करने वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। पिछले दिनों सूचना मिली थी कि सुद्धोवाला में एक मेडिकल स्टोर पर नशे की दवाएं बेची जा रही हैं।
देहरादून। राजधानी देहरादून के सुद्धोवाला में पुलिस ने दो मेडिकल स्टोर से नशे की दवाओं की बड़ी खेप पकड़ी है। इन दवाओं को बेचने के आरोप में दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से नशे के करीब 68 हजार कैप्सूल और गोलियां बरामद हुई हैं। आरोपी इन दवाओं को बिना डॉक्टरों के पर्चे के छात्रों और स्थानीय मजदूरों को बेचते थे। आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया गया। यहां से दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि क्षेत्र में नशीले पदार्थों की बिक्री करने वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। पिछले दिनों सूचना मिली थी कि सुद्धोवाला में एक मेडिकल स्टोर पर नशे की दवाएं बेची जा रही हैं। मेडिकल स्टोर संचालक सामान्य दवाओं की आड़ में युवाओं को ये दवाएं बेच रहा है। एसओ पीडी भट्ट के नेतृत्व में सुद्धोवाला चौक के पास वंश मेडिकल स्टोर पर शनिवार देर रात छापा मारा गया। संचालक कृष्ण कुमार निवासी बल्लूपुर फ्रेंड्स कॉलोनी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उसके पास मेडिकल स्टोर संचालन के लिए वैध लाइसेंस नहीं था। स्टोर से हजारों प्रतिबंधित गोलियां और कैप्सूल बरामद हुए।
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसका भाई विनय कुमार भी इसी तरह आयुष मेडिकल स्टोर चलाता है। वह भी प्रतिबंधित दवाएं बेचता है। दोनों जगहों से पुलिस ने 56,4,48 कैप्सूल और 11,400 गोलियां जब्त कीं। आरोपियों ने बताया कि दवाएं रेसकोर्स निवासी इंद्रजीत से लेकर आते थे। वह धर्मपुर में दवाओं का डिस्ट्रीब्यूटर है। एसएसपी ने बताया कि इंद्रजीत को भी आरोपी बनाया गया है। उसके खिलाफ सुबूत इकट्ठा कर गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। आरोपियों ने बताया कि शुरुआत में वे सामान्य दवाएं बेचते थे। लेकिन, बाद में इन दवाओं की मांग अचानक बढ़ गई। इससे वे इन दवाओं को छात्रों और नशे के आदी मजदूरों को बेचने लगे।
10 रुपये की गोली के वसूलते थे 100 रुपये तक