पुलिस ने सकुशल बरामद किया अगवा बालक
देहरादून। बीते दिनों नगर से अगवा हुए चार वर्षीय बालक अंकित साहनी को 13 दिन बाद पुलिस ने उत्तर प्रदेश के रामपुर से सकुशल बरामद कर लिया है। देहरादून की एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि अंकित का अपहरण उसे बेचेने के उद्देश्य से किया गया था। इस घटना में शामिल रहे दोनों आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था।
गौरतलब है कि बीती तीन जुलाई से मुजफ्फरपुर बिहार के रहने वाले सुरेश साहनी का चार वर्षीय पुत्र अंकित शिवाजी मार्ग कांवली रोड से लापता था, जिसे सकुशल बरामद कर लिया है। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि पुलिस को गुरूद्वारे में लगे सीसीटवी फुटेज के आधार पर पता चला की एक व्यक्ति बच्चे को ले जा रहा है। पुलिस ने अपहरण की आशंका के चलते मुअसं 306/17 धारा 363/366/370 भादवि में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। जांच में पता चला की अंकित साहनी को मुजफ्फरपुर बिहार का रहने वाला लाला साहनी एक अन्य व्यक्ति राजीव साहनी के साथ मिल कर बहला-फुसला कर ले गया है।
तीन जुलाई को लापता होने के बाद पुलिस ने लाला साहनी के रिश्तेदारो के यहां दबिश दी। लेकिन खास सफलता पुलिस को नहीं मिली। 4 जुलाई को एसओजी टीम को दिल्ली रवाना किया गया। पम्पलेट और सीसीटीवी से पता चला की दो व्यक्ति बच्चे को ले जा रहे थे। 6 जुलाई को हरिद्वार में लाला के साथी राजीव साहनी की गिरफ़्तारी हुई। जिसने बताया कि अगवा बच्चा लाला साहनी को दिल्ली में देकर, अपने को बेक़सूर साबित करने के लिए देहरादून आ गया और बच्चे के संबंध में इसके अलावा मुझे अब कोई जानकारी नही है। अभियुक्त राजीव के निशानदेही पर सम्भावित स्थानों पर संयुक्त टीम द्वारा दबिश दी गयी तो सह अभियुक्त लाला साहनी को गिरफ्तार किया गया। दोनों अभियुक्तों से संयुक्त रूप से पूछताछ की गयी तो लाला साहनी द्वारा उक्त बच्चे को रेवाड़ी हरियाणा में ले जाकर रोहित नाम के आदमी को बेचना बताया गया । अभियुक्त राजीव साहनी के विरूद्ध आवश्यक कानूनी कार्यवाही करते हुए जिला कारागार न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया ।
अभियुक्त लाला साहनी की निशानदेही पर रेवाड़ी हरियाणा, गुडगॉव व दिल्ली के अन्य ईलाको में बच्चे की सकुशल बरामदगी के लिए पुलिस द्वारा काफी प्रयास किये गये परन्तु इस नाम का कोई व्यक्ति व इस नाबालिग बच्चे के बारे में कोई जानकारी प्राप्त न होने पर अभियुक्त लाला साहनी को 12 जुलाई आवश्यक कानूनी कार्यवाही करने के उपरान्त न्यायिक रिमांड पर लिया गया ।
आरोपियों से कोई ठोस क्लू नहीं मिलने पर बालक की सकुशल बरामदगी के लिए पुलिस को सोशल मीडिया का सहारा लेना पड़ा। उनि नवनीत भण्डारी ने 14 जुलाई को सोशल मीडिया / फेसबुक / ट्वीटर / वटसअप के माध्यम से व्यापक प्रचार प्रसार करते हुए फिर से विभिन्न जनपदो के चाईल्ड लाईन व अन्य हेल्प लाइन क मदद ली गयी। अपहृत अंकित साहनी की फोटो सहारनपुर के सिटी जीआरपी थाना के कांस्टेबल 400 मनोज कुमार द्वारा वटसअप पर पहचान लिया गया। बच्चे का फोटो देखने के बाद प्रभारी निरीक्षक कोतवाली को सूचना दी कि यह बच्चा तीन जुलाई को डीएलएस पेसेन्जर ट्रेन दिल्ली सहारनपुर रूट के यात्रियों द्वारा बच्चे को जीआरपी थाने पर लाया गया था।
नाम बताने में असमर्थ होने के कारण उक्त बच्चे का फोटो प्राप्त कर जनपद सहारनपुर की 1098 चाईल्ड लाईन की सहायता से बच्चे को बाल सुधार समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया। जनपद में 10 साल से कम की उम्र के बच्चों का सैल्टर होन न होने के कारण बच्चे को जिला रामपुर के चाईल्ड सैल्टर होम में दाखिल किया गया था।
उनि नवनीत भण्डारी द्वारा अपहृत के परिजनों को सम्बन्धित जीआरपी थाने के कर्मचारी द्वारा उपलब्ध फोटो की शिनाख्त परिजनों से कराई गयी तो परिजनों द्वारा अपना अपहृत पुत्र अंकित साहनी को पहचान लिया गया। 15 जुलाई को उनि अरविन्द कुमार , का लोकेन्द्र व अपहृत के परिजनों को साथ लेकर सहारनपुर बाल कल्याण समिति से सम्पर्क कर आवश्यक कानूनी कार्यवाही करने के उपरान्त अपहृत बालक को सकुशल बरामद किया गया।
आखिर रामपुर कैसे पहुंच गया अंकित :-
घटना में अभियुक्त राजीव आदि द्वारा अपने निर्दोष साबित करने के लिए 3 जुलाई को ही अंकित साहनी को डीएलएस पेसेन्जर ट्रेन में बिठाकर सहारनपुर से पहले ट्रेन से उतर कर फरार हो गया। बच्चे का थाना जीआरपी की मदद से सैल्टर होम में दाखिल होना किया गया।
पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपी:-
1 – राजीव साहनी पुत्र राम साहनी नि0 बुद्वकारा थाना कटरा जिला मुoपुर बिहार ।
2 – काला साहनी पुत्र पलदारी नि0 जहांगीरपुर थाना गायघाट बिहार