उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन में फैले भ्रष्टाचार को लेकर जनसेवी भावना पांडे ने खड़े किये सवाल
देहरादून। वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी, प्रसिद्ध जनसेवी एवं जनता कैबिनेट पार्टी की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन में फैले भ्रष्टाचार को लेकर उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन और उत्तराखंड सरकार पर निशाना साधते हुए कईं सवाल खड़े किये हैं।
वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने उत्तराखंड सरकार पर उंगली उठाते हुए कहा कि आज प्रदेश के लगभग हर विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है किन्तु सरकार इस पर नकेल कसने में पूरी तरह असफल साबित हुई है। इसी वजह से आज राज्य में भ्रष्टाचारियों के हौंसले इतने ज्यादा बढ़ चुके हैं कि कुछ अधिकारी काम करने के बदले खुलेआम रिश्वत मांग रहे हैं।
उन्होंने उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन में फैले भ्रष्टाचार का उदाहरण देते हुए कहा कि उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन में भ्रष्टाचार कोई नई बात नहीं है। उन्होंने समाचार पोर्टलों व सोशल मीडिया में प्रकाशित खबरों का ज़िक्र करते हुए कहा कि ये बड़े ही दुर्भाग्य की बात है कि आज क्रिकेट टीम में चयन के लिए 10 लाख रुपये की मांग की जा रही है। ऐसी खबरें क्रिकेट एसोसिएशन में फैल रहे भ्रष्टाचार को साफ दर्शाती हैं।
जनसेवी भावना पांडे ने कहा कि एक महिला जो आशा कार्यकत्री है, पति को गंभीर बीमारी होने के बावजूद सरकार से इनके परिवार को कोई मदद नहीं मिली। मुश्किल से महिला के परिवार की गुज़र-बसर हो रही थी। उक्त आशा कार्यकत्री महिला से दो साल पहले संपर्क होने पर समाजसेवी भावना पांडे इस परिवार की मदद को आगे आईं।
उन्होंने कहा कि उक्त महिला का क्रिकेट खेलने वाला होनहार बेटा उनके संपर्क में आया। उन्हें पता चला कि वो बहुत अच्छा क्रिकेट खेलता है मगर उसके पास खुद का बैट तक नहीं है। वो किसी दूसरे के बल्ले से ही खेलकर आगे बढ़ा। अपनी मेहनत की बदौलत उसका सेलेक्शन अंडर-17 टीम में हुआ। इसके बाद अन्य टीमों में भी उसका चयन हुआ
जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने कहा कि ये प्रतिभावान खिलाड़ी बिना किसी सरकारी मदद के अपने हुनर को निखारने में जुटा रहा मगर कोई सहायता सरकार की ओर से नहीं मिली। उन्होंने कहा कि सरकारी तंत्र को खिलाड़ियों की प्रतिभा से कोई मतलब नहीं है, इन्हें तो बस पैसा चाहिए। फिर चाहे कोई प्रतिभावान खिलाड़ी खेले या न खेले। या खेले बगैर यूं ही उसका टैलंट बर्बाद हो जाए।
जेसीपी मुखिया भावना पांडे ने कहा कि उन्होंने इस प्रतिभाशाली युवक को क्रिकेट खेलने के लिए अपने खर्च पर चंडीगढ़ भेजा जहाँ एक निजी क्रिकेट एकेडमी में उसका चयन हुआ और इसके बाद उन्होंने डेढ़ लाख रुपये की आर्थिक सहायता करते हुए युवा खिलाड़ी को दुबई में खेलने भेजा, जहां से वो अभी खेलकर लौटा है।
उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने कहा कि ये बड़े ही दुर्भाग्य की बात है कि ऐसे प्रतिभावान खिलाड़ियों को सरकार की कोई मदद नहीं मिलती है। जहां सरकार को ऐसी प्रतिभाओं को आगे करना चाहिए, वहीं उत्तराखंड का ये टैलेंट उपेक्षा का शिकार होकर इधर-उधर धक्के खाने को विवश होता है। उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की कोई कमी नहीं है किंतु प्रतिभा पर पैसा भारी नज़र आता है। बड़े ही दुख की बात है कि यदि खिलाड़ियों को खेलना है तो भ्रष्टाचारियों को चढ़ावा देना होगा। उन्होंने उत्तराखंड की धामी सरकार से मांग करते हुए कहा कि तत्काल ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए जिनकी वजह से राज्य की प्रतिभाएं निखरने से पहले ही दम तोड़ रही हैं।